आंध्र प्रदेश: रबी की फसल का बकाया भुगतान नहीं करने पर किसानों ने दी आत्महत्या की धमकी
By भाषा | Published: September 3, 2021 06:14 PM2021-09-03T18:14:28+5:302021-09-03T18:14:28+5:30
आंध्र प्रदेश में वाई एस जगन मोहन रेड्डी की सरकार, खरीदी हुई रबी की फसल पर पिछले तीन महीने से दो सौ करोड़ रुपये का भुगतान करने में विफल रही है जिसके कारण निराश किसानों ने आत्महत्या की धमकी दी है। आंध्र प्रदेश सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (मार्कफेड) ने 2021 के रबी के मौसम में उत्पन्न हुए मक्का, ज्वार, बाजरा, रागी तथा अन्य कृषि उत्पाद खरीदे थे जिसके लिए किसानों को दो सौ करोड़ रुपये का भुगतान करना था। दरअसल, बकाया राशि तीन सौ करोड़ रुपये से ज्यादा थी लेकिन मार्कफेड ने किसी तरह पिछले हफ्ते एक बैंक से सौ करोड़ रुपये उधार लिए थे और कुछ किसानों को भुगतान किया था। आक्रोशित किसान मार्कफेड के प्रबंध निदेशक पी एस प्रद्युम्न तथा अन्य अधिकारियों को कॉल कर भुगतान किये जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन इसका कोई असर नहीं हो रहा। कृष्णा और गुंटूर के कुछ किसानों ने प्रद्युम्न को कॉल किया और आत्महत्या करने की धमकी दी। उन्होंने कहा कि उनके पास बिलकुल भी पैसे नहीं हैं और यदि तत्काल भुगतान नहीं किया गया तो वे अपनी जान दे देंगे। बताया जा रहा है कि हताशा से भरे कुछ किसानों ने कृषि मंत्री के. कन्ना बाबू के कार्यालय में फोन कर के कहा कि उनके पास आत्महत्या के सिवा और कोई चारा नहीं है। प्रद्युम्न ने इससे इनकार करते हुए पीटीआई-भाषा से कहा, “किसी ने धमकी नहीं दी है। यह जानकारी गलत है।” सरकारी सूत्रों ने बताया कि वित्त विभाग ने तीन सौ करोड़ रुपये का बकाया भुगतान नहीं किया है जिसके कारण किसानों को पैसा नहीं दिया जा सका। किसानों के सब्र का बांध टूटने पर पिछले सप्ताह मार्कफेड ने सौ करोड़ का ऋण लेकर कुछ बकाया राशि चुका दी थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “जैसे ही वित्त विभाग पैसा जारी करेगा हम इस ऋण को चुका देंगे।
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