आजादी का अमृत महोत्सव: कांग्रेस ने साझा किया नेहरू के 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' भाषण का मसौदा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 14, 2022 09:57 PM2022-08-14T21:57:54+5:302022-08-14T22:06:09+5:30
कांग्रेस के जयराम रमेश ने संविधान सभा में 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि सत्र में दिए गए नेहरू के भाषण का वीडियो साझा करते हुए उसे राष्ट्र की अमूल्य धरोहर बताया है।
दिल्ली: आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा 14 अगस्त की आधी रात को अंग्रेजों के साथ किये आजादी का हस्तलिखित मसौदे को साझा करके उनके भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' को 'नियति के साथ साक्षात्कार' बताया है।
कांग्रेस मीडिया सेल के महासचिव जयराम रमेश ने 15 अगस्त 1947 को संविधान सभा में मध्यरात्रि सत्र में दिए गए नेहरू के भाषण का वीडियो साझा करते हुए उसे राष्ट्र की अमूल्य धरोहर बताया है।
जयराम रमेश ने ट्वीट करके कहा, "75 साल पहले आधी रात के बाद नेहरू ने अपना अमर 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' भाषण दिया था। यहां उनका हस्तलिखित मसौदा 14 अगस्त 47 का है। जिसे नेहरू ने बतौर 'डेट विद डेस्टिनी' के तौर पर लिखा था।"
75 years ago, a little after midnight, Nehru gave his immortal 'Tryst with Destiny' speech. Here’s his handwritten draft dated 14.8.47. He had penned it as 'date with destiny', but in a moment of true genius delivered it as 'tryst with destiny'.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 14, 2022
The video: https://t.co/Ba0QESuZ8Lpic.twitter.com/N5M5KgP7MZ
नेहरू ने अपने ड्राफ्ट नोट में लिखा, "बहुत साल पहले हमने नियति के साथ एक तारीख तय की थी और अब समय आ गया है कि हम अपनी प्रतिज्ञा को पूरी तरह से या फिर बहुत हद तक पूरा करेंगे। आधी रात को जब पूरी दुनिया सो रही है, भारत जागेगा अपने नये जीवन और आजादी के लिए।"
इसके साथ ही नेहरू ने अपने ड्राफ्ट नोट में यह भी लिखा था, "हमारा क्षण आता गया है, जो इतिहास में शायद कभी ही आता है, जब हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। जब एक युग समाप्त होता है और जब राष्ट्र की आत्मा, लंबे समय से दबी हुई थी, अब बोलेगी। यही उचित समय है कि इस महत्वपूर्ण क्षण में हम मानवता के लिए भारत और उसके लोगों की सेवा के प्रति समर्पण का संकल्प लें।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)