ममता के गढ़ में गरजे अमित शाह, कहा-टोलबाजी, तुष्टिकरण, तानाशाही में अटक कर रह गई है टीएमसी
ममता के गढ़ में गरजे अमित शाह, कहा-टोलबाजी, तुष्टिकरण, तानाशाही में अटक कर रह गई है टीएमसी
By स्वाति सिंह | Updated: December 20, 2020 19:41 IST2020-12-20T18:50:23+5:302020-12-20T19:41:09+5:30
Next
अमित शाह ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी किसानों के प्रदर्शन का समर्थन तो कर रही हैं लेकिन वह बंगाल में किसानों को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं लेने देती हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बोलपुर में स्टेडियम रोड स्थित हनुमान मंदिर से बोलपुर सर्कल तक 1 किमी का मेगा रोड शो किया।
Highlightsकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर हैं। आज बीरभूम में अमित शाह शांति निकेतन स्थित विश्वभारती यूनिवर्सिटी पहुंचेअमित शाह ने कहा कि उन्होंने ऐसा रोड शो जीवन में नहीं देखा है
शांतिनिकेतन: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को को पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य के लोग बदलाव के इच्छुक हैं और वे राजनीतिक हिंसा, भ्रष्टाचार, फिरौती और बांग्लादेशी घुसपैठ से मुक्ति चाहते हैं। बंगाली संस्कृति और साहित्य के प्रतीक रवींद्रनाथ टैगोर से जुड़े इस शहर में आयोजित रोड शो के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए शाह ने वादा किया कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो वह राज्य की पुरानी प्रतिष्ठा बहाल करेगी जब इसे ‘सोनार बांग्ला’ कहा जाता था।
अमित शाह ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी किसानों के प्रदर्शन का समर्थन तो कर रही हैं लेकिन वह बंगाल में किसानों को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं लेने देती हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में 23 लाख किसानों से ऑनलाइन पीएम-किसान सम्मान निधि के लिए आवेदन मांगे गए हैं। ममता बनर्जी उन्हें सर्टिफिकेशन से रोक रही हैं। यहां तक कि वो केंद्र सरकार को किसानों की लिस्ट भी नहीं दे रही हैं।
पश्चिम बंगाल के लोग बांग्लादेशी घुसपैठ से चाहते मुक्ति: अमित शाह
उन्होंने रोड शो के दौरान जुटी भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने अपने जीवन में कई रोड शो में हिस्सा लिया और उनका आयोजन किया लेकिन ऐसा रोड शो नहीं देखा। यह लोगों के ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ गुस्से को प्रदर्शित करता है। यह भीड़ नरेंद्र मोदी जी के विकास के एजेंडे के प्रति आस्था को प्रतिबिंबित करती है।’’ उन्होंने कहा कि यह इच्छा केवल राजनीति नेता बदलने की नहीं है बल्कि भ्रष्टाचार, राजनीतिक हिंसा, फिरौती और बांग्लादेशी घुसपैठ से मुक्ति की है।
बता दें कि शाह ने पश्चिम बंगाल की दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन रविवार को यहां 'बाउल' (सूफी शैली का बांग्ला लोक संगीत) गायक वासुदेव दास बाउल के घर जाकर भोजन किया। शाह वीरभूम जिला स्थित शांतिनिकेतन के रतनपल्ली में वासुदेव दास के घर गए, जहां उन्होंने उन्हें (शाह को) 'इकतारा' (एक तार वाला वाद्य यंत्र) के साथ लोकप्रिय लोक गीत 'तोमे हृद मज्हारे रखो' (तुम्हें अपने दिल की गहराइयों में रखेंगे) गाकर सुनाया। इसे शाह ने बड़े ध्यान से सुना।
अमित शाह ने बांग्ला लोक गायक के घर किया भोजन
शाह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं कैलाश विजयवर्गीय, मुकुल रॉय, दिलीप घोष, राहुल सिन्हा, अनुपम हजारा के साथ दास के घर गए और फर्श पर बैठकर दोपहर का भोजन किया। शाह ने शिव मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। दास ने कहा, ''हम भाग्यशाली हैं कि इतनी बड़ी हस्ती हमारे घर आई। हमें बहुत खुशी हुई।'' इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गए थे।
मीडियाकर्मियों और पार्टी के अन्य नेताओं को घर के बाहर रखा गया था। शाह के सुरक्षाकर्मियों ने कई बार परसर की जांच की। उल्लेखनीय है कि शनिवार को भाजपा नेता ने पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में एक किसान के घर दोपहर का भोजन किया था। राज्य अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी के साथ संपर्क को मजबूत करने की कोशिश के तहत उन्होंने यह किया। नवंबर मे राज्य की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने बांकुरा में भाजपा के एक आदिवासी कायकर्ता के घर और उत्तर 24 परगना में मतुआ समुदाय के एक सदस्य के घर भोजन किया था।
Web Title: Amit Shah In Bengal Addresses PC In Birbhum, Hits At Mamata-Led TMC Over Attack On Nadda's Convoy