राफेल पर अमित शाह ने तोड़ी चुप्पी, बताया- क्यों मोदी सरकार नहीं बता रही है कीमत
By जनार्दन पाण्डेय | Published: November 30, 2018 01:51 PM2018-11-30T13:51:43+5:302018-11-30T13:52:02+5:30
Amit Shah on Rafale Deal: नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से राफेल विमानों की कीमतों को सार्वजनिक ना किए जाने पर विपक्ष हमालवर है। वह मामले में पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने बस्पतिवार को एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में राफेल विमानों पर उठे विवाद पर पहली बार चुप्पी तोड़ी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि मोदी सरकार आखिर क्यों विमानों की कीमतों को जाहिर नहीं कर रही है। वह कौन सी वजह है जिसके कारण मोदी सरकार को फ्रांस से खरीदे जा रहे राफेल विमानों की कीमत को छिपाना पड़ रहा है।
एबीपी न्यूज की ओर आयोजित एक राजनीतिक हस्तियों के इंटरव्यू में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बृहस्पतिवार को शिरकत की। इस दौरान उन्होंने बड़ी बेबाकी से सबरीमाला लेकर राम मंदिर तक, राफेल विमान की कीमतों से लेकर सीबीआई में दखलअंदाजी तक, वसुंधरा राजे से मतभेदों तक से लेकर ओम प्रकाश राजभर-उपेंद्र कुशवाहा व शिवसेना की नाराजगी तक और इमरान खान की सरकार से उम्मीद और महागंठबंधन से बीजेपी को होने वाले नुकसान तक का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि आगामी चुनाव में वे खुद चुनाव लड़ेंगे या नहीं।
इस दौरान उन्होंने राफेल विमानों की कीमत को लेकर उठे विवाद और विपक्ष की ओर से पीएम मोदी को चोर कहे जाने पर उन्होंने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है। हमने सुप्रीम कोर्ट को लिफाफा बंद फाइल में सारी जानकारी दे दी है। विमानों की कीमतों में एक पैसे का घोटाला नहीं हुआ है। जल्द ही सारी जानकारी सामने आ जाएगी और दूध का का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
मोदी सरकार क्यों नहीं बता रही है कीमत?
नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से राफेल विमानों की कीमतों को सार्वजनिक ना किए जाने पर विपक्ष हमालवर है। बीते मानसून सत्र में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वासमत प्रस्तुत करने के समय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर विमानों की कीमतों ना बताने को लेकर सदन में मोदी सरकार पर करारे आरोप लगाए थे।
इसके बाद मोदी सरकार की ओर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि उनका फ्रांस के सरकार के साथ एक सिक्रेट पैक्ट पर समझौता हुआ है जिसके तहत वे कीमतों को जगजाहिर नहीं कर सकते।
विपक्ष ने यह सवाल खड़ा किया कि यह किस तरह सिक्रेसी पैक्ट है। इससे किस तरह की नेशनल सिक्यूरिटी का नुकसान है। किसी विमान की कीमत बताने से आखिर दो देशों को कैसा नुकसान होगा।
इसका जवाब में अमित शाह ने कहा है कि भारत ने फ्रांसीसी कंपनी से कम पैसे में राफेल विमान खरीदे हैं। अगर भारत इनकी कीमतें जाहिर करेगा तो कंपनी से दूसरे देश भी उतनी ही कीमत में विमान मांगेंगे। इससे कंपनी को नुकसान होगा। कंपनी के साथ इसीलिए पैसे जाहिर ना करने का समझौता हुआ था।
उन्होंने कहा कांग्रेस मसले को जितना बड़ा बनाएगी उतने ही मुंह की खाएगी। क्योंकि इस मामले में एक आने का घोटाला नहीं हुआ है। ना ही अनिल अंबानी को इसमें कोई फायदा है क्योंकि विमान फ्रांस से रेडीमेट खरीदे जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने मामले की पूरी जानकारी सुप्रीम कोर्ट को दे दी है। अगर कांग्रेस को सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है तो उसे कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस सीबीआई में राफेल विमानों की जांच को लेकर झूठ फैला रही है। सीबीआई का मसला राफेल विमानों की फाइल सुप्रीम कोर्ट में खुलने के बाद का है और जब कभी कोई मामला कोर्ट में पहुंच जाता है तो सीबीआई बिना कोर्ट के निर्देश के उस पर जांच नहीं कर सकती है।