लाइव न्यूज़ :

कोरोना लॉकडाउन के बीच शिलांग के डॉक्टर ने मरीज को शराब पीने की दी सलाह, मचा बवाल

By स्वाति सिंह | Updated: April 5, 2020 09:21 IST

व्हिस्की को प्रिसक्राइब करने के लिए डॉ पुरकायस्थ की निंदा करते हुए शिलॉन्ग में एक सामान्य चिकित्सक ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों को इस 'अवैज्ञानिक' और 'अनैतिक' कदम के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए।

Open in App
ठळक मुद्देदंत चिकित्सक ने एक पेशेंट को एक को व्हिस्की लिखकर विवाद खड़ा कर दिया है।लॉकडाउन के चलते पूरे देश में सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और बिक्री की अनुमति दी गई है

शिलांग: मेघालय में एक डेंटिस्ट (दंत चिकित्सक) ने एक पेशेंट को एक को व्हिस्की लिखकर विवाद खड़ा कर दिया है। दरअसल, लॉकडाउन के चलते पूरे देश में सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और बिक्री की अनुमति दी गई है। दंत चिकित्सक द्वारा शराब की सलाह को 'अवैज्ञानिक' और 'अनैतिक बताया जा रहा है। दरअसल, धनकेटी इलाके के डेंटिस्ट डॉ बी पुरकायस्थ ने शुक्रवार को 65 वर्षीय व्यक्ति को व्हिस्की की दो लिखी। इससे एक दिन पहले ही राज्य सरकार ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की शिकायत पर शराब को घर तक पहुंचाने (होम डिलीवरी) की अनुमति रद्द कर दी थी। 

पीटीआई के मुताबिक, डॉ पुरकायस्थ का कहना है कि रोगी को शराब की लत से निपटने में मुश्किल हो रही थी। डॉ ने कहा, 'उसे (रोगी को) सोने में दिक्कत हो रही थी। मैंने उसे सलाह दी कि स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं से बचने के लिए सीमित मात्रा में शराब का सेवन करें। डॉ द्वारा दी पर्चे के अनुसार, उसमें एक दिन में 3 पेग (व्हिस्की के) से अधिक नहीं पीने की सलाह दी गई थी।

बता दें कि शराब उन आवश्यक वस्तुओं की सूची में शामिल नहीं है जिन्हें सरकार ने लॉकडाउन के दौरान मंजूरी मिली है। लगभग सभी शराब की दुकानों को एहतियाती उपाय के रूप में बंद करने के लिए कहा गया है। वहीं, व्हिस्की को प्रिसक्राइब करने के लिए डॉ पुरकायस्थ की निंदा करते हुए शिलॉन्ग में एक सामान्य चिकित्सक ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों को इस 'अवैज्ञानिक' और 'अनैतिक' कदम के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए।

यहां एक अन्य मनोचिकित्सक ने कहा, "डॉक्टरों को कभी भी शराब पीना नहीं सिखाना चाहिए। एक शराबी एक रोगी होता है और अगर कोई चिकित्सा आपात स्थिति है, तो इससे निपटने के भी तरीके हैं। हालांकि, शिलांग में एक पुनर्वसन केंद्र डॉ पुरकायस्थ के समर्थन में सामने आया। उनका कहना है कि कई बार शराब की लत को नियंत्रित करने के लिए अल्कोहल की आवश्यकता हो सकती है। अगर इनकार किया जाता है तो यह उनके शारीरिक और मानसिक तौर पर ख़राब असर करता है।

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मेघालय इकाई के अध्यक्ष एर्नेस्ट मावरी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कॉनरेड के संगमा को पत्र लिखकर उनसे शराब की दुकाने खोले जाने की अनुमति देने की मांग की और कहा कि मद्यपान राज्य में ‘जीने का एक तरीका’ है। खासी हिल्स वाइन डीलर्स एवं वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव मावरी ने कहा कि शराब के दुकानदार अपनी दुकानें खोलने के भारी जनदबाव से जूझ रहे हैं और उनके पास ढेरों कॉल आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 25 मार्च को अकस्मात शराब की दुकानें बंद होने से लोगों की ओर से अपने हिस्से की शराब की मांग बढ़ गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह तथ्य है कि मेघालय के ज्यादातर लोगों के लिए संयम के साथ मद्यपान जीवन शैली रही है। ’’ 

टॅग्स :कोरोना वायरसकोरोना वायरस लॉकडाउनमेघालय
Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेट6,6,6,6,6,6,6,6: रणजी ट्रॉफी में लगातार आठ छक्के, मेघालय के बल्लेबाज ने बनाई सबसे तेज फिफ्टी

ज़रा हटके"अपने ही देश में पराया फील कराया", दिल्ली में मेघालय की लड़की पर नस्लवादी टिप्पणी; वीडियो देख किरेन रिजिजू ने दी प्रतिक्रिया

भारतमेघालय मंत्रिमंडलः 8 मंत्रियों ने दिया इस्तीफा, 7 नए विधायक बनेंगे मंत्री, देखिए लिस्ट

क्राइम अलर्टRaja Raghuvanshi Murder Case: सोनम ने पति राजा की हत्या की योजना कैसे बनाई? 790 पन्नों की चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे

स्वास्थ्यआइजोल, पूर्वी खासी हिल्स, पापुमपारे, कामरूप शहरी और मिजोरम में कैंसर की उच्चतम दर, 2015 से 2019 के बीच देशभर में 7.08 लाख मामले और 2.06 लाख मौतें

भारत अधिक खबरें

भारतGoa Club Fire: नाइट क्लब अग्निकांड में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हुई, 4 पर्यटकों समेत 14 कर्मचारियों की मौत

भारतGoa Fire: गोवा नाइट क्लब आग मामले में पीएम ने सीएम सावंत से की बात, हालातों का लिया जायजा

भारतटीचर से लेकर बैंक तक पूरे देश में निकली 51,665 भर्तियां, 31 दिसंबर से पहले करें अप्लाई

भारतगोवा अग्निकांड पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने जताया दुख, पीड़ितों के लिए मुआवजे का किया ऐलान

भारतGoa Fire Accident: अरपोरा नाइट क्लब में आग से 23 लोगों की मौत, घटनास्थल पर पहुंचे सीएम सावंत; जांच के दिए आदेश