नई दिल्ली: भाजपा सांसद के जे अल्फोंस के एक बयान से देश की राजनीति में बवाल आ गया है। संसद के बजट सत्र के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष के बीच सवाल जवाब हो रहे थे इसी बीच बीजेपी सांसद के जे अल्फोंस ने कहा कि हमें अंबानी-अडानी की पूजा करनी चाहिए क्योंकि वे भारत में रोजगार पैद करते हैं। दरअसल, संसद में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पिछले तीन सालों में करीब 10 हजार लोगों ने बेरोजगारी की वजह से आत्महत्या की है। यह सवाल सुनते ही विपक्ष ने केंद्रीय मंत्रालय को जमकर घेरा और उनसे सवाल जवाब करने लगे। इसी दौरान बीजेपी संसद ने यह बयान दिया है।
क्या कहा सांसद के जे अल्फोंस ने
सांसद के जे अल्फोंस ने संसद में अंबानी-अडानी की बात करते हुए कहा, "आप मुझ पर पूंजीपतियों के मुखपत्र होने का आरोप लगा सकते हैं, जिन लोगों ने इस देश में नौकरियां पैदा की हैं, मैं उन लोगों का नाम लेता हूं क्योंकि आपने भी उन लोगों का नाम लिया है।"
के जे अल्फोंस ने आगे कहा, "चाहे वह रिलायंस हो, अंबानी हो, अडानी हो, कोई भी हो, उनकी पूजा की जानी चाहिए। क्योंकि वे लोग रोजगार के अवसर पैदा करते हैं। पैसा निवेश करने वाले लोग, चाहे वह अंबानी हो या अडानी, इस देश में पैसा बनाने वाला हर उद्योगपति रोजगार पैदा करता है। उन्होंने नौकरियों के अवसर पैदा किए हैं। इसलिए उनका सम्मान करने की जरूरत है।"
वैश्विक असमानताएं एक सच्चाई है-के जे अल्फोंस
के जे अल्फोंस ने अपना बयान जारी रखते हुए कहा कि वैश्विक असमानताएं एक सच्चाई है और विपक्ष देश में केवल दो ही लोगों की संपत्ति बढ़ने की बात कहती है। इस पर विस्तार में बात करते हुए उन्होंने कहा कि एलोन मस्क की संपत्ति 1016 प्रतिशत बढ़ गई है। क्या आपको इसकी जानकारी है? वहीं अल्फोंस ने गूगल के संस्थापक लैरी पेज की संपत्ति को 126 फीसदी बढ़ने की भी बात कही है। उन्होंने यह भी बताया कि बेजोस की संपत्ति में भी 67 फीसदी का इजाफा हुआ है और संपत्ति बढ़ने वालों के टॉप 10 में सबसे नीचे बिल गेट्स है। उनकी संपत्ति में सिर्फ 30 फीसदी बढ़ा है।
अल्फोंस ने इस पर आगे कहा कि आप मानो या ना मानो लेकिन वैश्विक असमानता एक सच्चाई है। उन्होंने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि दुनिया में तीन बिलियन लोग एक दिन में पांच डॉलर से भी कम में अपना जीवन यापन करते हैं। इसलिए वैश्विक असमानताएं को अल्फोंस ने एक सच्चाई बताया है। वहीं राजद सांसद मनोज कुमार झा ने भी सरकार इस मुद्दे पर घेरा है।