अमरनाथ यात्राः तीन और श्रद्धालुओं की मौत, आंकड़ा पहुंचा आठ के पार
By सुरेश डुग्गर | Published: July 15, 2019 06:23 PM2019-07-15T18:23:53+5:302019-07-15T18:33:08+5:30
अमरनाथ यात्राः इस साल श्री बाबा अमरनाथ की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में पहले दिन से ही काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। पिछले साल यात्रा के पहले दिनों में बारिश के कारण बहुत कम यात्री बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए पहुंचे थे।
अमरनाथ यात्रा में शिरकत करने वाले श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। हालांकि सोमवार को भी 3 और श्रद्धालुओं की दिल के दगा दे जाने के कारण मौत हो गई थी लेकिन ये मौतें बाकियों का उत्साह कम नहीं कर पाई थी। अभी तक कुल 8 श्रद्धालुओं की मौत हुई है।
कश्मीर के हालात पर भी असर पड़ रहा है। यही कारण है कि इस बार तीन साल बाद बाबा अमरनाथ की यात्रा में श्रद्धालुओं में इस कदर उत्साह देखने को मिल रहा है। यात्रा के पहले दो सप्ताह में इस बार चार साल में सबसे अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए पहुंचे हैं। अभी भी यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इसी तरह बरकरार है।
इस साल श्री बाबा अमरनाथ की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में पहले दिन से ही काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। पिछले साल यात्रा के पहले दिनों में बारिश के कारण बहुत कम यात्री बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए पहुंचे थे। इसके बाद यात्रा में तेजी आई, लेकिन निरंतरता नहीं रही। यात्रा में कई बार उतार-चढ़ाव देखने को मिला। परंतु इस बार पहले दिन से लेकर अभी दो सप्ताह पूरे होने के बाद भी यात्रा में हर दिन 10 से 15 हजार के बीच श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं।
पहले दो सप्ताह में ही 2 लाख श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। यह पिछले चार साल में सबसे अधिक है। इससे पहले साल 2015 में पहले दो सप्ताह में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे।
इस बीच कश्मीर के हिमालय पर स्थित अमरनाथ गुफा के बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जारी तीर्थयात्रा के दौरान स्वास्थ्य कारणों से तीन और तीर्थयात्रियों की मौत हो गई जो पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश के निवासी थे।
यात्रा अधिकारी ने बताया कि पंजाब के लुधियाना निवासी मोहन लाल शर्मा के पुत्र डिंपल शर्मा (52) को अमरनाथ गुफा के समीप दिल का दौरा पड़ा था। जबकि राजस्थान के डोलबाटा अजमेर के निवासी महिंदर चौहान की पत्नी सुंदर देवी (63) को गंदेरबल जिले में बलटाल आधार शिविर में दिल का दौरा पड़ा। इसके बाद चिकित्सा शिविर में डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस बीच, बलटाल जाने के दौरान मध्य प्रदेश के गंगाश्यार निवासी अजय मालवीय बीमार पड़ गये जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। श्री मालवीय की मौत के वास्तविक कारण का पता लगाया जा रहा है।