CBSE के प्राइवेट छात्रों पर वैकल्पिक मूल्यांकन नीति लागू नहीं, इस तारीख से होगी परीक्षाएं
By दीप्ती कुमारी | Published: July 22, 2021 08:28 AM2021-07-22T08:28:21+5:302021-07-22T08:49:13+5:30
सीबीएसई ने बुधवार को कहा कि 12 वीं कक्षा के निजी उम्मीदवारों की परीक्षा ली जाएगी क्योंकि नियमित छात्रों की तरह उनके लिए कोई मूल्यांकन रिक़ॉर्ड न तो स्कूल के पास और न ही बोर्ड के पास ।
दिल्ली : सीबीएसई ने बुधवार को एक बयान में कहा कि 12 वीं कक्षा के लिए सीबीएसई की वैकल्पिक मूल्यांकन नीति निजी उम्मीदवारों पर लागू नहीं की जा सकती है इसलिए उनके लिए परीक्षाएं आयोजित की जाएगी ।
इंडियन एक्प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सीबीएसई ने निजी छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है जबकि नियमित छात्रों के लिए परीक्षा रद्द कर दी गई है । इससे परेशान कुछ छात्रों ने गुरूवार को राजधानी में सीबीएसई मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है ।
कौन है निजी छात्र
दरअसल इसमें निजी छात्र ऐसे छात्र है, जो सीबीएसई के नियमित छात्र हुआ करते थे लेकिन अपने पहले और दूसरे प्रयास में असफल रहे थे या तो अपने प्रदर्शन में सुधार के लिए दोबारा परीक्षा देना चाहते हैं। इस साल सीबीएसई में लगभग 22,000 निजी छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है और उनमें से कई छात्रों की मांग है कि वैकल्पिक मानदंडों का उपयोग करके उनका मूल्यांकन किया जाए जैसे कि नियमित छात्रों के साथ किया जा रहा है । हालांकि सीबीएसई ने बुधवार को यह सांस कहा कि इसकी कोई संभावना नहीं है क्योंकि ना तो बोर्ड और ना ही स्कूल के पास इन छात्रों के लिए आवश्यक परफॉर्मेंस रिकॉर्ड है।
16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच हो सकती है परीक्षा
परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि नियमित छात्रों के मामले में स्कूलों ने एक यूनिट टेस्ट, मिड टर्म और प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित की है और इस प्रकार इन छात्रों के प्रदर्शन रिकॉर्ड उपलब्ध थे लेकिन निजी उम्मीदवारों के मामले में कोई भी रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है, जिसके आधार पर मूल्यांकन किया जा सके और इस प्रकार सारणीकरण नीति को लागू नहीं किया जा सकता । इन छात्रों की परीक्षा 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच होगी ।
उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए जरूरी है परीक्षा
उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में प्रवेश उन्होंने किसी भी कठिनाई से बचाने के लिए परिणाम भी न्यूनतम संभव समय में घोषित किया जाएगा । इस संबंध में अधिसूचना जल्दी जारी की जाएगी । यूजीसी और सीबीएसई सभी छात्रों के हित को देख रहे हैं और यूजीसी इन छात्रों के परिणाम के आधार पर प्रवेश कार्यक्रम को सिंक्रोनाइज करेगा । हालांकि छात्र परीक्षा आयोजित नहीं कराने के लिए कोरोना महामारी और स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला दे रहे हैं ।