समूचे उत्तर भारत में मानसून दोबारा सक्रिय, अगले 48 घंटे में दिल्ली समेत इन शहरों में होगी जमकर बारिश
By आदित्य द्विवेदी | Published: August 23, 2018 08:22 AM2018-08-23T08:22:58+5:302018-08-23T08:24:16+5:30
Monsoon Update in Hindi: दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में अगले 48 घंटे में जमकर बादल बरसेंगे। बारिश से केरल सहित कई राज्यों में भारी नुकसान हुआ है।
नई दिल्ली, 23 अगस्तः केरल की बारिश और बाढ़ ने प्रदेश वासियों के लिए भले ही हाहाकार मचा रखा हो लेकिन उत्तर भारत उमस और गर्मी से परेशान था। लेकिन गुरुवार (23 अगस्त) उत्तर भारत में मानसून एकबार फिर सक्रिया हो गया है। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर समेत 16 राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी मध्यप्रदेश और पूर्वोत्तर के कुछ राज्य शामिल हैं। शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मूसलाधार बारिश की संभावना है।
दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान देश में केरल सहित पांच राज्यों में इस साल बारिश के कारण जान माल की व्यापक पैमाने पर क्षति हुई है। इनमें तीन राज्यों असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में बारिश का स्तर अनुमानित सामान्य से कम दर्ज किये जाने के बावजूद भारी नुकसान हुआ है।
बारिश जनित आपदा से जुड़ी आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट के अनुसार केरल में इस साल मूसलाधार बारिश के कारण राज्य के 14 जिलों में सर्वाधिक नुकसान हुआ। राज्य में एक जून से 21 अगस्त तक बारिश के सामान्य स्तर, 1688.2 मिमी की बजाय 2387 मिमी बारिश दर्ज की गयी। इससे उत्पन्न बाढ़ की चपेट में आने से न सिर्फ 373 लोगों की मौत हो गयी बल्कि 42632.73 हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल भी नष्ट हुई।
इसके बाद कर्नाटक में बारिश के सामान्य अनुमानित स्तर 621.1 मिमी की तुलना में तीन प्रतिशत अधिक, 641.4 मिमी बारिश हुई। इससे उत्पन्न बाढ़ से राज्य के 11 जिले प्रभावित हुए। बारिश जनित आपदा की चपेट में आने से 161 लोगों की मौत हुई और 3521 हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल नष्ट हो गयी।
इसके अलावा सामान्य से कम बारिश के बावजूद पश्चिम बंगाल को जानमाल का सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में बारिश के सामान्य स्तर 965.4 मिमी की तुलना में 20 प्रतिशत कम, 772.8 मिमी बारिश दर्ज की गयी। आपदा प्रबंधन रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में बारिश जनित आपदा से 23 जिले प्रभावित हुए।
उत्तर प्रदेश में भी इस साल बारिश के सामान्य अनुमानित स्तर 583.1 मिमी की तुलना में 12 प्रतिशत कम, 512.1 मिमी बारिश दर्ज की गयी। राज्य के 15 जिले बारिश जनित आपदा से प्रभावित हैं। कानपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के इन जिलों में 39428.47 हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल नष्ट हुई और अब तक 195 लोगों की मौत हो गई।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार एक जून से 21 अगस्त तक केरल और तेलंगाना में सामान्य से अधिक (अनुमानित स्तर की तुलना में 20 से 59 प्रतिशत अधिक) बारिश दर्ज की गयी है। जबकि 20 राज्यों (राजस्थान, तमिलनाडु और उड़ीसा आदि) में सामान्य (अनुमानित स्तर की तुलना में 19 प्रतिशत कम या 19 प्रतिशत अधिक) बारिश हुई है। इसके अलावा 12 राज्यों (बिहार, झारखंड, दिल्ली हरियाणा, पश्चिम बंगाल और असम सहित पूर्वोत्तर के अन्य राज्य) में कम (अनुमानित स्तर की तुलना में 20 से 59 प्रतिशत कम) बारिश दर्ज की गयी।
अत्यधिक कमी (अनुमानित स्तर की तुलना में 60 से 99 प्रतिशत कम) की श्रेणी के दायरे में सिर्फ मणिपुर है। मणिपुर में अनुमानित सामान्य स्तर से 67 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गयी है। यह देश में अब तक सबसे कम बारिश वाला राज्य है।
PTI Bhasha Inputs