चंद्रशेखर आजाद को लेकर बोले अखिलेश- उनकी बात मानी, लेकिन उन्होंने साथ में चुनाव लड़ने से मना कर दिया
By मनाली रस्तोगी | Published: January 15, 2022 02:29 PM2022-01-15T14:29:03+5:302022-01-15T14:30:47+5:30
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद को लेकर कहा कि उन्होंने किसी से फोन पर बात करने के बाद मुझको बताया कि वह चुनाव साथ में नहीं लड़ सकते।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चुनावी घमासान जारी है। इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद को लेकर कहा कि सपा से उन्होंने (भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद) जो भी बात की मैंने उनकी बात मानी और रामपुर मनिहरन और गाज़ियाबाद वाली सीटें उनको दी। यादव ने आगे कहा कि उन्होंने किसी से फोन पर बात करने के बाद मुझको बताया कि वह चुनाव साथ में नहीं लड़ सकते।
I had allotted 2 seats to him, but he (Bhim Army chief Chandrashekhar Azad) received some call and refused to be part of the alliance: SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/mKotVoVhsv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 15, 2022
बता दें कि अखिलेश यादव का ये बयान तब सामने आया जब भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने मीडिया से मुखातिब होते हुए ये दावा किया कि पिछले 6 महीने के भीतर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से उनकी कई बार मुलाकात हुई। इस दौरान चंद्रशेखर ने कहा कि अखिलेश यादव से हुई मुलाकात काफी सकारात्मक रहा लेकिन अंत समय में लगा कि अखिलेश यादव को दलितों की जरूरत नहीं है। उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव सिर्फ वोट चाहते हैं। उन्हें दलितों की जरूरत नहीं है। वह इस गठबंधन में दलित नेताओं को नहीं चाहते। वह चाहते हैं कि दलित उनको वोट करें।
मेरी अखिलेश यादव से पिछले 6 महीनों में काफी मुलाकातें हुईं हैं। इस बीच सकारात्मक बातें भी हुई लेकिन अंत समय में मुझे लगा कि अखिलेश यादव को दलितों की ज़रूरत नहीं है। वह इस गठबंधन में दलित नेताओं को नहीं चाहते। वह चाहते हैं कि दलित उनको वोट करें: भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद pic.twitter.com/vp2JO0KgBx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 15, 2022
गौरतलब है कि भीम आर्मी प्रमुख व आजाद समाज पार्टी (आसपा) के संस्थापक अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने शुक्रवार को सपा दफ्तर में अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश और आजाद की करीब एक घंटे बातचीत हुई। चंद्रशेखर आजाद ने यहां तक कहा था कि सपा से उनका गठबंधन लगभग तय है। हालांकि इस बीच आजाद ने अपने बयान से सपा को झटका दे दिया है।