उन्नाव रेप पीड़िता से मिले अखिलेश यादव, कहा- 'आप यूपी सीएम योगी पर कभी भरोसा नहीं कर सकते हैं'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 30, 2019 11:57 AM2019-07-30T11:57:01+5:302019-07-30T11:57:01+5:30
उन्नाव रेप केस: पीड़िता ने साल 2017 में उन्नाव के बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप करने का आरोप लगाया था। इस मामले में विधायक सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। इस वक्त सेंगर जेल में हैं।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आज ( 30 जुलाई) उन्नाव रेप पीड़िता से लखनऊ के अस्पताल में मुलाकात की है। पीड़िता का हालचाल जानने के बाद मीडिया से बात करते हुये अखिलेश यादव ने राज्य की योगी सरकार और केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि इस हादसे का जिम्मेदार कौन है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका जवाब दे। उन्होंने कहा है कि आप कभी भी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर किसी भी बात के लिए भरोसा नहीं कर सकते हैं। जो भी हो रहा है उस बात की जानकारी सीएम योगी को तो होगी ही। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना के मामले में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का एफआईआर दर्ज कर लिया है।
रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। वहीं पीड़िता और उसके वकील की हालात गंभीर है। पीड़िता ने साल 2017 में उन्नाव के भाजपा विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। इस वक्त सेंगर जेल में हैं।
A Yadav,SP: Accident of Unnao rape victim is unfortunate&condemnable. It has shocked women of the country.Her father was beaten by police on instructions of BJP leaders,FIR was registered after she tried to immolate herself. It's natural that ppl are questioning govt&the BJP MLA. pic.twitter.com/mAlMxzb3Pm
— ANI UP (@ANINewsUP) July 30, 2019
अखिलेश यादव ने कहा है कि पीड़िता की जान बचेगी या नहीं ये भी अभी पता नहीं है। उन्होंने कहा कि पीड़िता के परिवार वाले अगर जेल में बंद चाचा के लिए पेरौल मांग रहे हैं तो आखिर क्या गुनाह कर रहे हैं, क्या जांच के लिए योगी सरकार इतना भी नहीं कर सकती है। अखिलेश यादव ने यह भी कहा है कि बलात्कार की पीड़िता की हत्या का प्रयास प्रतीत होने वाली इस तथाकथित दुर्घटना से देश-प्रदेश की हर एक माँ, बहू, बेटी, बहन गहरे आघात में है। महिलाओं में इस घटना को लेकर जो रोष-आक्रोश है वो दोहरे चरित्रवाली सत्ता को बहुत मंहगा पड़ेगा। ये घटना शर्मनाक और निंदनीय है।
समाजवादी पार्टी के नेता के भाई का है हादसे वाला ट्रक
उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुये रोड एक्सीडेंट में एक नया खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस ने दावा किया है कि जिस ट्रेक से एक्सीडेंट हुआ है वो फतेहपुर के समाजवादी पार्टी नेता नंदू पाल के बड़े भाई देवेंद्र पाल का है। पुलिस के मुताबिक देवेंद्र पाल ललौली थाना क्षेत्र के मुत्तोर गांव का रहने वाला है। पुलिस ने उसकी जांच शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता की रायबरेली में हुई सड़क दुर्घटना की जांच सीबीआई को देने की सिफारिश की है।
सदन में भी उठा उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना का मामला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने संसद में यह मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि दुष्कर्म पीड़िता को जान से मारने का प्रयास किया गया। इस मुद्दे पर हुए शोरगुल को लेकर कुछ देर तक के लिए राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
रामगोपाल ने कहा कि पीड़िता को मुहैया किया गया सुरक्षाकर्मी हादसे के वक्त उसके साथ नहीं था और हादसे में शामिल ट्रक का नंबर प्लेट भी ग्रीस से पोत दिया गया था। महेश सिंह ने तहरीर में आरोप लगाया है कि जेल में बंद विधायक कुलदीप सिंह सेंगर अपने साथियों के नंबर पर फोन मिला कर उसके घर पर जबरन बात किया करते थे और धमकी देते थे कि अगर जिंदा रहना है तो सारे मुकदमों में बयान बदल दो।
क्या था पूरा उन्नाव रेप केस मामला
जून 2017 को पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था। मामले में पहले तो यूपी पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर लिखने से मना कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2018 को पीड़िता ने विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। इसी बीच अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। जिसका आरोप भी विधायक पर लगा। मामले को बाद में सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने जुलाई 2018 में पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर को मुख्य आरोपी बनाया गया। जिसके बाद आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में आरोप विधायक को जमानत दे दी गई। इस केस में अभी अंतिम फैसला नहीं आया है।