अकाली दल के विधायक ने राष्ट्रपति चुनाव का किया बहिष्कार, वीडियो जारी कर बताई वजह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 18, 2022 03:36 PM2022-07-18T15:36:32+5:302022-07-18T17:22:10+5:30
देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान जारी है। चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू हैं और विपक्ष की तरफ से यंशवंत सिन्हा मैदान में हैं। हालांकि इस बीच एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का एलान करने वाले अकाली दल के विधायक ने राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार किया है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। इस मतदान में कुल 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा ले रहे हैं। गौरतलब है कि जहां एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। वहीं विपक्षी दलों ने यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। राष्ट्रपति पद के लिए मुर्मू के नाम का एलान होने के बाद से विभिन्न गैर राजग दलों ने उन्हें अपना समर्थन दिया है। इसी बीच अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार किया है। उन्होंने फेसबुक वीडियो शेयर कर जानकारी दी कि वो कांग्रेस उम्मीदवार को वोट नहीं दे सकते। उन्होंने कहा 1984 के सिख नरसंहार, ऑपरेशन ब्लूस्टार और सिखों के अधिकारों का उल्लंघन के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। उन्होंने वीडियो में ये भी कहा कि उन्हे कांग्रेस पर भरोसा नहीं है।
अकाली दल ने विधायक ने किया बहिष्कार
बता दें कि इससे पहले अकाली दल की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का एलान किया गया था। हालांकि अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा कि वो न तो कांग्रेस उम्मीदवार को वोट करने वाले हैं और न ही द्रौपदी मुर्मू को। उन्होंने कहा कि उन्हे बीजेपी से केंद्र में सरकार बनाने के बाद काफी उम्मीदें थी कि वो पंजाब के लिए कुछ करेगी। लेकिन उन्होंने पंजाब के लिए कुछ नहीं किया। मनप्रीत सिंह ने कहा कि मुझे नहीं पता कि बीजेपी स्वार्थी है या कुछ और। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाने से पहले क्या सिख समुदाय से बात की गई थी। अकाली दल के एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने के एलान पर भी उन्होंने सवाल खड़ा किया।
अकाली दल ने किया था एनडीए उम्मीदवार के सर्मथन का एलान
विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा कि आज पंजाब के मुद्दों पर पंजाब की जनता की भावनाओं को देखते हुए और अपनी अतंर आत्मा की आवाज सुनते हुए मैंने यही फैसला लिया है कि मैं राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार करूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे एनडीए के आदिवासी उम्मीदवार को चुनाव में उतारने से कोई परेशानी नहीं है लेकिन पंजाब के लिए बीजेपी ने कुछ क्यों नहीं किया। बता दें कि इससे पहले अकाली दल की तरफ से एनडीए उम्मीदवार को पूरा समर्थन देने की बात कही गई थी। हालांकि अकाली विधायक पार्टी के इस फैसले से सहमत नहीं है इसलिए उन्होंने वोट नहीं किया।