पैसों की कमी के चलते 9 महीने में दुरुस्त हो पाया एयर इंडिया का विमान

By वसीम क़ुरैशी | Published: June 14, 2019 02:50 PM2019-06-14T14:50:44+5:302019-06-14T14:50:44+5:30

नागपुर में एयर इंडिया के ही एमआरओ (मैंटेनेंस, रिपेयर, ओवरहॉल) में एयरलाइंस का विमान आवश्यक कलपुर्जों का इंतजाम न हो पाने के चलते 9 महीने तक खड़ा रहा.

Air India aircraft maintenance takes 9 months due to lack of funds | पैसों की कमी के चलते 9 महीने में दुरुस्त हो पाया एयर इंडिया का विमान

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)

आर्थिक तंगी से जूझती एयर इंडिया अपने ही विमानों को वक्त पर दुरुस्त करवाने में कमजोर दिखाई दे रही है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नागपुर में एयर इंडिया के ही एमआरओ (मैंटेनेंस, रिपेयर, ओवरहॉल) में एयरलाइंस का विमान आवश्यक कलपुर्जों का इंतजाम न हो पाने के चलते 9 महीने तक खड़ा रहा. अक्तूबर 2018 में एयर इंडिया का विमान बोइंग 777-300 ईआर (रजिस्ट्रेशन एयर-यू) एमआरओ में सुधार के लिए लाया गया था.

एमआरओ के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एयरक्राफ्ट के इंजन में बड़ी खराबी के चलते इसमें कई कलपुर्जों को बदला जाना था. निर्धारित मैनुअल के मुताबिक ही पार्टस लगाए जाने थे. इन्हें विदेश से आयात करना था. इस दौरान पार्ट्स की खरीदी के लिए रकम नहीं जुट पाई. इस वजह से इसे एमआरओ में ही खड़ा रखा गया था. विमान से इंजन भी निकाल लिए गए थे. इसके बाद कलपुर्जों की हाल ही में खरीदी किए जाने के साथ ही विमान को दुरुस्त किया गया. मैन्टेन होने के बाद ईद के दिन यह विमान एमआरओ से रवाना हुआ. यह विमान एयर इंडिया की घरेलू उड़ानों में मुंबई, नागपुर, दिल्ली आदि शहरों के बीच फ्लाइट के लिए इस्तेमाल किया जाता है. 

अधिकतम लगता है एक माह

नियमित रखरखाव व सुधार के लिए एमआरओ में आने वाले विमानों के मेंटनेंस के लिए अधिकतम एक माह का समय लगता है. विमानों के प्रकारों के अनुसार उनके चलने के निर्धारित घंटों के बाद अलग-अलग प्रकार के चेक होते हैं. इनमें फेस चेक के लिए सबसे कम 5 दिन का समय लगता है और डी चेक के लिए सबसे अधिक 4 हफ्तों का वक्त लगता है. किसी अन्य सुधार की आवश्यकता की दशा में कुछ दिन और बढ़ सकते हैं लेकिन 9 माह की अवधि का कोई चेक नहीं होता. एमआरओ में यह पहला अवसर है जो इतने वक्त तक कोई विमान यहां जगह घेरे हुए खड़ा रहा. यदि ये जगह खाली होती तो फेस चेक के लिए तकरीबन 40 विमान और डी चेक के लिए 9 विमानों की दुरुस्ती हो सकती थी.

जेट के सीज हुए विमान का भी मेंटेनेंस

एयर इंडिया के एमआरओ में जेट एयरवेज के तीन विमानों का मेंटेनेंस भी किया जा रहा है. इनमें से एक विमान दुरुस्ती के बाद लौट चुका है. शेष दो का कार्य चल रहा है. ये सभी विमान बोइंग 737 एयरक्राफ्ट हैं जो घरेलू उड़ानों के संचालन के लिए उपयोग में लाए जाते हैं. सूत्रों के अनुसार जो विमान मेंटेन होने के बाद लौट चुका है, वह एम कैप (विमान लीज पर देने वाली कंपनी) का था. इसके अलावा शेष दो विमान जिनकी मेंटेनेंस जारी है वह एल एस्को (विमान लीज पर देने वाली कंपनी) के हैं. संकट के दौर से जूझती जेट एयरवेज का ऑपरेशन फिलहाल बंद रहने के दौरान संबंधित लीज कंपनियां अब अपने हवाई जहाज दूसरी एयरलाइंस को लीज पर दे रही हैं।

Web Title: Air India aircraft maintenance takes 9 months due to lack of funds

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