वायुसेना का 88वां स्थापना दिवस आज: परेड में 'राफेल' भी लेगा भाग, हिंडन एयरबेस पर दिखेगी एयरफोर्स की ताकत
By स्वाति सिंह | Published: October 8, 2020 06:48 AM2020-10-08T06:48:33+5:302020-10-08T06:48:33+5:30
आज हिंडन एयरबेस पर फ्लाई पास्ट की शुरूआत 'आकाशगंगा' यानि आसमान से पैरा-जंप से होगी। इस पैरा-जंप में वायु-सैनिक ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से पैराशूट कए जरिए जंप लगाएंगे।
नयी दिल्ली: भारतीय वायु सेना के आठ अक्टूबर को 88वें स्थापना दिवस हिंडन बेस पर मनाया जाएगा। वायु सेना के एक अधिकारी ने कहा कि यहां तेजस एलसीए, मिग-29, जगुआर, मिग-21 और सुखोई-30 युद्धक विमानों के अलावा हाल ही वायुसेना बेड़े में शामिल राफेल जेट विमान ने भी हिस्सा लिया।
अधिकारी ने कहा कि वायु सेना के एमआई-17 वी5, एएलएच मार्क-4, चिनूक, एमआई-35 और अपाचे हेलीकॉप्टरों ने भी हिस्सा लिया। इसके अलावा वायु सेना के परिवहन विमानों सी-17, सी-130, डोर्नियर और डीसी-3 डकोटा विमानों ने भी भाग लिया। सूर्यकिरण विमानों के एरोबेटिक दल और सारंग विमानों ने भी फ्लाई पास्ट में करतब दिखाएगा। भारतीय वायु सेना की स्थापना आठ अक्टूबर 1932 को हुई थी। इस वर्ष वायु सेना अपना 88वां स्थापना दिवस मनाएगी।
वायु सेना दिवस की परेड में 'राफेल' भी लेगा भाग
भारतीय वायु सेना के अधिकारी ने बताया कि हाल में बेड़े में शामिल राफेल विमान आठ अक्तूबर को वायु सेना दिवस की परेड में हिस्सा लेगा। गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर वार्षिक परेड में विभिन्न विमानों को प्रदर्शित किया जाएगा। वायु सेना ने एक ट्वीट में कहा, 'राफेल 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। दोहरे इंजन ओम्नीरोल के साथ हवाई टोही, सटीकता से वार, जहाज रोधी और परमाणु संपन्न, हथियारों से लैस है।' वायु सेना में औपचारिक रूप से 10 सितंबर को पांच राफेल लड़ाकू विमान शामिल किए गए थे। बहु-उद्देश्यीय भूमिका में कामयाब राफेल विमानों को सटीकता से हमला करने और वायु क्षेत्र में दबदबा कायम करने के लिए जाना जाता है। नवंबर तक चार से पांच और राफेल लड़ाकू विमानों के आने की संभावना है।