असदुद्दीन ओवैसी बोले-तालिबान से मुझे क्या करना है, मुझ पर शक क्यों, केंद्र सरकार पर निशाना, दम है तो आतंकवादी घोषित कीजिए...
By एस पी सिन्हा | Published: September 14, 2021 07:43 PM2021-09-14T19:43:27+5:302021-09-14T20:13:37+5:30
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तालिबान को लेकर उनके नजरिये के बारे में पूछे जाने पर मंगलवार को नाराजगी जताई और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को चुनौती दी कि वह उसे 'आतंकवादी संगठन' घोषित करे.
पटनाः ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तालिबान को लेकर एक बार फिर भाजपा और केंद्र सरकार को ललकारते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी की सरकार में दम है, तो तालिबान को आतंकवादी संगठन घोषित करे.
यूएपीए की सूची में तालिबान को डाले. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के आने से पाकिस्तान-चीन मजबूत होंगे. यह भारत के लिए फिक्र की बात है. ओवैसी ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार को तालिबान को आंतकी घोषित करे और यूएनएससी में मामला को उठाए. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने तो उनके नेता को आतंकवादी कहा.
अब भारत सरकार भी उसे यूएपीए एक्ट में डाले. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'अब्बाजान' वाले बयान पर कहा कि योगी झूठ बोलते हैं. वे सोचते हैं कि इससे वे अपनी गिरती साख को उठा लेंगे. ओवैसी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी से पूछा कि 'अब्बा' के बहाने किन वोटों का ध्रुवीकरण किया जा रहा है बाबा? अगर काम किए होते तो 'अब्बा-अब्बा' चिल्लाने की नौबत नहीं आती.
उन्होंने कहा कि यूपी में 100 सीटों पर लड़ने की हमारी तैयारी है. अभी गठबंधन तय नहीं. मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद को टिकट देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जदयू और भाजपा से सवाल क्यों नहीं? प्रज्ञा ठाकुर दूध की धुली हैं क्या? जदयू के कितने सांसद पर क्रिमिनल केस है? उन्होंने कहा कि यूपी में अल्पसंख्यक समुदाय को उनका हक दिलाने के लिए हम संघर्ष करते रहेंगे.
ओवैसी ने कहा कि यूपी में हम अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी से बात कर रहे हैं. जल्द ही उनके चुनाव लड़ने पर फैसला कर लिया जाएगा. बाहुबलियों को टिकट देने के सवाल पर ओवैसी ने कहा जदयू और भाजपा से पूछिए. ओवैसी ने कहा कि प्रदेश के मुसलमानों की साक्षरता-दर सबसे कम है, मुस्लिम समुदाय के बच्चों का स्कूल ड्राप-आउट सर्वाधिक है.
मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेज नहीं खोले जाते हैं. योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्होंने यह भी कहा कि अल्पसंख्यकों के विकास के लिए केंद्र सरकार से 'बाबा की सरकार' को मिले 16207 लाख रुपयों में से केवल 1602 लाख ही खर्च किए गए. यहां तक कि साल 2017-18 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत केवल 10 मुसलमानों को ही घर दिए गए.
देश के गंभीर रूप से कुपोषित नौ लाख बच्चों में से चार लाख बच्चे तो केवल यूपी से हैं. यही हाल स्वास्थ्य सेवाओं का है. खुद को भाजपा का गोलकीपर कहे जाने पर ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में वे नहीं लडे तो क्यों नहीं भाजपा हारी? उन्होंने कहा कि अगर यादव राष्ट्रीय जनता दल को, कुर्मी जनता दल यूनाइटेड को और ब्राह्मण भाजपा-कांग्रेस को वोट नहीं देते हैं तो सवाल क्यों नहीं उठाया जाता है? मुसलमानों का वोट नहीं मिलने पर ही ऐसी बात क्यों उठाई जाती है? क्या मुसलमान कैदी हैं?
सांसद ओवैसी ने कहा कि बिहार में आगामी उपचुनाव में दो सीटों पर चुनाव लड़ने पर फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों हम सीमांचल में पार्टी का विस्तार करेंगे. इसको लेकर नेताओं से चर्चा किया गया है. ओवैसी ने कहा कि सीमाचंल में पुलिस प्रशासन ने पत्र जारी कर आम जनता से अपील की है कि वे सीमावर्ती गांवों में अवैध घुसपैठियों एवं संदिग्धों की जानकारी दें.
आवैसी ने क्षेत्र विशेष को चिह्नित कर जारी इस फरमान पर आपत्ति दर्ज की है. उन्होंने इसे बिहार सरकार द्वारा चोर-दरवाजे से एनआरसी लागू करने की कोशिश बताया है. उल्होंने कहा कि एआइएमआइएम का विस्तार बिहार में अब सीमांचल के बाहर भी होगा. ओवैसी ने बिहार में भाजपा के एक विधायक को जाहिल बता दिया.
उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक को शायद पता नहीं है, लेकिन एक समय में अडवाणी ने भी जिन्ना की तारीफ की थी. वहीं ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि ओवैसी खुद जाहिल हैं. भाजपा का पूरा नाम भारतीय जनता पार्टी है. हम देश की 135 करोड़ जनता के बारे में सोचते हैं. वहीं, ओवैसी की पार्टी का नाम ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन है. ये लोग केवल मुसलमानों के बारे में सोचते हैं और दूसरा जिन्ना बनना चाहते हैं.