नई दिल्लीः देशभर में कोविड मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने कोरोना वायरस संक्रमण के सामुदायिक स्तर पर फैलने की संभावना को कम करने के लिए आठ अप्रैल से स्पेशलिटी क्लिनिक और सभी केंद्रों समेत ओपीडी में मरीजों का पंजीकरण अस्थायी रूप से घटाने का निर्णय लिया है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन नहीं किए जाने से स्थिति बिगड़ी है और स्थिति ठीक वैसी ही होती जा रही है जैसी क्रिसमस के बाद ब्रिटेन में देखने को मिली थी
एम्स ने कहा कि बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) और स्पेशलिटी क्लिनिक में पहले से समय लेकर आने वाले मरीजों का ही इलाज किया जाएगा। अगले चार सप्ताह तक संस्थान के सभी विभाग ओपीडी में नए और पुराने मरीजों की संख्या की सीमा तय कर सकते हैं।
दिल्ली में रात्रिकालीन कर्फ्यू से पहले ट्रैफिक जाम में फंसे लोग
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार रात साढ़े आठ बजे के बाद कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम देखने को मिला क्योंकि रात 10 बजे से लगने वाले कर्फ्यू से पहले घर पहुंचने की जल्दी थी। बहुत से लोगों ने शिकायत की कि कर्फ्यू का पास लेने के लिए बनाई गई दिल्ली सरकार और पुलिस की वेबसाइट काम नहीं कर रही। जाम में फंसे कुछ यात्रियों ने ट्विटर पर अपना अनुभव साझा किया।
देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 8.40 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है: स्वास्थ्य मंत्रालय
देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 8.40 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि 89,60,966 स्वास्थ्य कर्मियों को पहली खुराक और 53,77,011 स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। अब तक अग्रिम मोर्चे के 97,30,304 कर्मियों को पहली खुराक और 42,68,788 कर्मियों को दूसरी खुराक दी गई है।
तीन दिन में दूसरी बार देश में कोविड-19 के एक लाख से ज्यादा मामले आए
देश में महामारी की शुरुआत होने के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक के सबसे ज्यादा मामले आए हैं। पिछले 24 घंटे में 1.15 लाख से ज्यादा नए मामलों के साथ संक्रमितों की कुल संख्या 1,28,01,785 हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि तीन दिन में दूसरी बार एक दिन में कोराना वायरस संक्रमण के एक लाख से ज्यादा मामले आए हैं। मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 1,15,736 मामले आए तथा 630 और मरीजों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 1,66,177 हो गयी।
देश में लगातार 28 वें दिन संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी होने से उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 8,43,473 हो गयी है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 6.59 प्रतिशत है। वहीं, स्वस्थ होने की दर भी 92.11 प्रतिशत हो गयी है। देश में 12 फरवरी को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,35,926 थी जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत थी।
आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण से अब तक 1,17,92,135 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि मृत्यु दर 1.30 प्रतिशत हो गयी है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख रहे और 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में छह अप्रैल तक 25,14,39,598 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 12,08,339 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई थी।
(इनपटु एजेंसी)