'अग्निपथ' को लेकर लगी आग के बीच जदयू ने की समन्वय समिति बनाने की मांग, कहा-वक्त के साथ जरूरी है
By एस पी सिन्हा | Published: June 20, 2022 07:58 PM2022-06-20T19:58:06+5:302022-06-20T20:01:31+5:30
इससे पहले एनडीए की सहयोगी पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी पिछले दिनों समन्वय समिति कमेटी की मांग की थी। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एनडीए में जल्द ही समन्वय समिति बनाने की जरूरत है।
पटना: बिहार सत्तारूढ़ एनडीए नेताओं के बीच 'अग्निपथ' को लेकर लगी आग के बीच जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने समन्वय समिति बनाने की मांग की है। इससे पहले एनडीए की सहयोगी पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी पिछले दिनों समन्वय समिति कमेटी की मांग की थी। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एनडीए में जल्द ही समन्वय समिति बनाने की जरूरत है।
उन्होंने आज कहा कि एनडीए में समन्वय समिति का गठन जल्द होना चाहिए। किसी भी संगठन और गठबंधन में समन्वय समिति रहती है। एनडीए में लम्बे समय से समन्वय समिति नहीं है। उन्होंने कहा कि नेताओं के बीच जिस तरह की बयानबाजी हो रही है, इसमें समन्वय समिति के गठन होने की बातें समाने आती है।
अग्निपथ को लेकर छात्र आंदोलन पर उपेंद्र कुशावहा ने कहा कि लगातार इसको लेकर पुनर्विचार करने की मांग उठाई जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार से अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग जदयू ने की है। दरअसल, उपेंद्र ने अग्निपथ के विरोध में शुरू हुए आदोलन के दिन ही ट्विट कर इस योजना पर पुनर्विचार करने की केंद्र सरकार से अपील की थी।
वहीं, आरसीपी सिंह के आवास को खाली करने के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आरसीपी सिंह का पटना स्थित बंग्ला उनका नहीं था। इसलिए समय के अनुसार उस बंगले को सरकार ने खाली कराया है। इसका कोई अर्थ नहीं लगाना चाहिए। सत्तारूढ़ दल के नेताओं द्वारा प्रशासन पर सवाल खड़ा करने पर कहा कि प्रसाशन को किसी से डिक्टेशन लेने की जरूरत नहीं है। प्रशासन अपना काम अपने तरह से करता है।
इस बीच भाजपा और जदयू के बीच जारी बयान और पलटवार के बाद एनडीए की सहयोगी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने समन्वय समिति बनाने की मांग की है। कहा कि इससे गलत मैसेज जा रहा है। यदि कमेटी का गठन नहीं हुआ तो इसके गंभीर परिणाम आ सकते हैं।