Agnipath Protest: अग्निपथ योजना के तहत वायुसेना में चयन प्रक्रिया 24 जून से, चौधरी बोले-युवाओं को फायदा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 17, 2022 08:11 PM2022-06-17T20:11:53+5:302022-06-17T20:13:11+5:30
Agnipath Protest: केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार रात अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती की ऊपरी उम्र सीमा 2022 के लिए 21 वर्ष से बढ़ा कर 23 वर्ष कर दी।
Agnipath Protest: अग्निपथ योजना के तहत वायुसेना द्वारा चयन प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी। वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी ने सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए इस नयी योजना के खिलाफ कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन होने के बीच शुक्रवार को यह कहा।
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि 2022 के लिए अग्निपथ योजना के तहत (सशस्त्र बल में) भर्ती किये जाने वालों की उम्र सीमा बढ़ा कर 23 वर्ष कर दी गई है, जिससे सशस्त्र बलों में भर्ती के नये ‘मॉडल’ के तहत कहीं अधिक संख्या में युवाओं की भर्ती की जा सकेगी।
#WATCH via ANI Multimedia: Indian Air Force Chief VR Chaudhari on ‘Agnipath’ scheme , and how it will benefit youthhttps://t.co/5CXTaVRQ8h
— ANI (@ANI) June 17, 2022
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए हाल में अग्निपथ योजना लायी है। योजना के लिए न्यूनतम उम्र साढ़े 17 वर्ष और अधिकतम उम्र सीमा 21 साल है। मैं यह सूचित करते हुए खुश हूं कि पहली भर्ती के लिए ऊपरी उम्र सीमा बढ़ा कर 23 साल कर दी गई है। ’’
वायुसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘इस बदलाव से युवाओं का एक बड़ा हिस्सा अग्निवीर के रूप में भर्ती हो सकेगा। वायुसेना के लिए चयन प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी।’’ इस नयी योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं।
केंद्र द्वारा हाल ही में घोषित यह योजना सशस्त्र बलों में चार साल की अल्पकालिक सेवा का प्रावधान करती है, जबकि रंगरूटों में से 25 प्रतिशत को करीब 15 वर्षों की नियमित सेवा के लिए सैन्य बलों में बरकरार रखा जाएगा। कई विपक्षी दलों और सैन्य विशेषज्ञों ने भी योजना की निंदा करते हुए कहा है कि यह सशस्त्र बलों के संचालन को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करेगा।
सरकार ने बृहस्पतिवार रात अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती की ऊपरी उम्र सीमा 2022 के लिए 21 वर्ष से बढ़ा कर 23 वर्ष कर दी। सरकार ने मंगलवार को इस योजना की घोषणा की थी। नयी योजना के तहत चार साल के सेवाकाल के दौरान करीब ढाई महीने से छह महीने तक के प्रशिक्षण की अवधि होगी।