महाराष्ट्र-हरियाणा में मतदान के बाद कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष को लेकर फिर हलचल शुरू, आलाकमान जल्द ले सकते हैं निर्णय
By भाषा | Published: October 21, 2019 08:21 PM2019-10-21T20:21:38+5:302019-10-21T20:21:38+5:30
महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद दिल्ली प्रदेश इकाई में कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर एक बार फिर से हलचल शुरू हो गई है और माना जा रहा है कि पार्टी आलाकमान जल्द ही कोई निर्णय ले सकता है। इस हलचल की शुरुआत पूर्व सांसद कीर्ति आजाद के एक ट्वीट से हुई है जिसमें उन्होंने दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों के मुद्दे को लेकर भाजपा एवं आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है।
आजाद ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिल्ली के बयानवीर नेता जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मनोज तिवारी पूर्वांचल के लोगों को घुसपैठिया अपराधी और दोषी मानते हैं। अरविंद केजरीवाल बेशर्मी से बोलते हैं कि पूर्वांचल के लोग 500 रुपये लेकर आते हैं और लाखों का इलाज करवाते हैं। दोनों को जनता सबक सिखाएगी।’’
उनकी इस टिप्पणी को दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होने की उनकी इच्छा से जोड़कर देखा जा रहा है। हाल ही में आजाद को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त करने की संभावना संबंधी खबरें आई थीं जिसके बाद पार्टी नेताओं के एक धड़े ने इसका विरोध किया था। हाल ही में दिल्ली कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने ‘बाहरी व्यक्ति’ को दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बनाने का आग्रह करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भेजा है।
सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में मतदान संपन्न होने के बाद अब कांग्रेस आलाकमान दिल्ली में नए अध्यक्ष को लेकर जल्द ही कोई निर्णय ले सकता है।
कीर्ति आजाद के साथ ही दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन, जेपी अग्रवाल और सुभाष चोपड़ा, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र एवं पूर्व सांसद संदीप दीक्षित और दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया तथा कुछ अन्य नेताओं को डीपीसीसी अध्यक्ष के लिए संभावितों में माना जा रहा है।