रांची चिड़िया घर में दस वर्षीय बाघ की मौत के बाद बिल्ली प्रजाति के सभी बड़े जानवरों की कोविड जांच

By भाषा | Published: June 5, 2021 07:32 PM2021-06-05T19:32:12+5:302021-06-05T19:32:12+5:30

After the death of a ten-year-old tiger in Ranchi Zoo, Kovid investigation of all the big animals of the cat species | रांची चिड़िया घर में दस वर्षीय बाघ की मौत के बाद बिल्ली प्रजाति के सभी बड़े जानवरों की कोविड जांच

रांची चिड़िया घर में दस वर्षीय बाघ की मौत के बाद बिल्ली प्रजाति के सभी बड़े जानवरों की कोविड जांच

रांची, पांच जून झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा जैव उद्यान (चिड़िया घर) में बृहस्पतिवार को शिवा नामक दस वर्षीय बाघ शिवा की बुखार से मौत के बाद न सिर्फ उसकी बल्कि अब चिड़िया घर में बिल्ली प्रजाति के सभी 21 शेरों, चीतों, बाघों, तेंदुओं आदि की कोविड जांच कराने का फैसला किया गया है।

जैव उद्यान के निदेशक वाई के दास ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि वन विभाग ने पूरी सावधानी बरतते हुए उद्यान के हर उम्र के सभी 21 शेरों, बाघों, चीतों, तेंदुओं आदि की कोविड जांच कराने का फैसला किया है और इसकी प्रक्रिया प्रारंभ भी कर दी गयी है।

दास ने बताया कि मंगलवार से ही शिवा को बुखार था और उसे संक्रमण भी था और बृहस्पतिवार शाम उसकी मौत हो गयी। बुखार होने के बाद से बाघ ने कुछ भी ठीक से खाया नहीं। यहां तक कि उसने तेज बुखार के चलते चिकेन सूप तक नहीं पीया।

उन्होंने बताया कि बाघ का रैपिड एंटीजेन परीक्षण किया गया जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी लेकिन उसके बाहरी लक्षण कोविड-19 के संक्रमण जैसे होने की वजह से पूर्ण पुष्टि के लिए उसके नमूने आरटीपीसीआर जांच के लिए भी भेजे गये हैं।

उन्होंने बताया कि बिल्ली प्रजाति के अन्य जानवरों में भी कोरोना के किसी संक्रमण की आशंका को दूर करने के लिए ही सभी 21 जानवरों का कोरोना संक्रमण का परीक्षण किया जा रहा है। अब तक इस उद्देश्य से 11 जानवरों का कोरोना जांच के लिए स्वैब लिया जा चुका है।

दास ने बताया कि चिड़िया घर में सवा साल से लेकर 14 वर्ष तक के बिल्ली प्रजाति के कुल 21 जानवर हैं जिनमें बाघ के सवा साल के तीन बच्चे भी शामिल हैं।

इस बीच स्वास्थ्य विभाग में विशेष कार्याधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि लगभग दो सप्ताह पूर्व भी इस तरह एक मामला चिड़िया घर से सामने आया था लेकिन अंततः जांच में कोविड का कोई मामला नहीं साबित हुआ।

उन्होंने कहा कि इस मौसम में अधिकतर जानवरों में भी बुखार और संक्रमण के लक्षण अवश्य नजर आते हैं लेकिन उनके अब तक कोविड का संक्रमण होने की पुष्टि राज्य में कहीं से भी नहीं हुई है।

त्रिपाठी ने कहा, ‘‘फिर भी शिवा के मामले की विस्तार से जांच की जा रही है जिससे यह स्पष्ट हो सके कि वास्तव में यह किसी भी हाल में कोविड संक्रमण का तो मामला नहीं है।’’

चिड़िया घर के चिकित्सक ओम प्रकाश साहू ने शिवा की मौत की पुष्टि करते हुए बताया था कि शिवा का एंटीजन टेस्ट नेगेटिव आया है। बाघ बुखार और संक्रमण से पीड़ित था। उसके कोविड जांच के लिए नमूने आईवीआरआई बरेली भेजे जा रहे हैं।

लॉकडाउन में रांची चिड़ियाघर बंद है। ऐसे में यदि शिवा की मौत के पीछे की वजह कोरोना वायरस आती है तो ये चिड़ियाघर में मौजूद बाकी जानवरों के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। इसीलिए इस मामले में सभी सावधानियां बरती जा रही हैं।

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Web Title: After the death of a ten-year-old tiger in Ranchi Zoo, Kovid investigation of all the big animals of the cat species

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