लेनिन की मूर्ति के बाद तमिलनाडु में पेरियार की प्रतिमा को पहुंचाया नुकसान, दो व्यक्ति गिरफ्तार
By स्वाति सिंह | Published: March 7, 2018 03:42 AM2018-03-07T03:42:18+5:302018-03-07T03:42:18+5:30
तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ई वी रामासामी 'पेरियार' की मूर्ति को भी कथित रूप से क्षतिग्रस्त किया गया।
चेन्नई, 7 मार्च: त्रिपुरा में रूसी क्रांति के नायक व्लादिमिर लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने के बाद मंगलवार को तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ई वी रामासामी 'पेरियार' की मूर्ति को भी कथित रूप से क्षतिग्रस्त किया गया। पुलिस के मुताबिक नशे में आए दो व्यक्तियों ने इस घटना अंजाम दिया। इस घटना के कुछ घंटे पहले ही बीजेपी नेता ने सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट लिखा था।
बीजेपी नेता एच राजा ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था 'लेनिन कौन है तथा लेनिन और भारत के बीच क्या संबंध है? भारत और कम्युनिस्टों के बीच क्या संबंध है? आज त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति हटाई गई और कल तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति होगी। ' हालांकि बाद में इस पोस्ट को हटा दिया गया। पेरियार की मूर्ति के चश्मे और नाक को नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार हुए व्यक्ति में एक बीजेपी का सदस्य तो दूसरा सीपीआई का कार्यकर्ता है।
इससे पहले मंगलवार दिन में ही बीजेपी के कुछ संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति को गिरा दिया था। बता दें कि त्रिपुरा में प्रशासन, भारतीय जनता पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की ओर से सभी से शांति बनाए रखने के आह्वान के बावजूद यहां चुनाव के बाद की हिंसा मंगलवार को चौथे दिन भी जारी रही। एक माकपा नेता के मुताबिक रूसी समाजवादी क्रांति के अगुवा ब्लादिमीर लेनिन की 11.5 फीट ऊंची फाइबर की मूर्ति को सोमवार शाम को भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर से गिरा दिया। माकपा नेता हरिपदा दास ने मंगलवार को मीडिया से कहा, 'बीजेपी समर्थक बेलोनिया में सरकारी कॉलेज के पास लेनिन की मूर्ति गिराने के बाद 'भारत माता की जय' के नारे लगाने लगे।" उन्होंने कहा कि इस मूर्ति को अगरतला से 90 किलोमीटर दूर दक्षिण त्रिपुरा के जिला मुख्यालय बेलोनिया में एक वर्ष पहले लगाया गया था।