घरेलू उत्पादन बढ़ने के बाद, फाइजर व मॉडर्ना टीके की सरकारी खरीद की उम्मीद कम : सूत्र

By भाषा | Published: September 22, 2021 09:18 PM2021-09-22T21:18:50+5:302021-09-22T21:18:50+5:30

After increasing domestic production, there is little hope of government procurement of Pfizer and Moderna vaccines: Sources | घरेलू उत्पादन बढ़ने के बाद, फाइजर व मॉडर्ना टीके की सरकारी खरीद की उम्मीद कम : सूत्र

घरेलू उत्पादन बढ़ने के बाद, फाइजर व मॉडर्ना टीके की सरकारी खरीद की उम्मीद कम : सूत्र

(पायल बनर्जी)

नयी दिल्ली, 22 सितंबर भारत सरकार अब शायद ही फाइजर और मॉडर्ना द्वारा तैयार कोविड-19 टीकों की खरीद करेगी, क्योंकि घरेलू स्तर पर कोरोना वायरस रोधी टीके के उत्पादन ने गति पकड़ ली है।यह जानकारी सूत्रों ने दी।

उल्लेखनीय है कि भारत में बुधवार तक कोविड-19 रोधी टीके की 83 करोड़ खुराक दी जा चुकी थी। विदेशी टीके की खरीद को लेकर आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा गया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि सरकार अमेरिकी दवा उत्पादकों की दुष्प्रभाव होने पर क्षतिपूर्ति से सुरक्षा की मांग को स्वीकार करने को तैयार नहीं है।

वहीं पुणे की फार्मा कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड टीके के उत्पादन की क्षमता में इजाफा किया है और यह 20 करोड़ से अधिक खुराक प्रति माह हो गई है। कंपनी ने केंद्र को सूचित किया है कि अक्टूबर से वह करीब 22 करोड़ खुराक प्रति माह उत्पादन करने में सक्षम होगी।

इसी प्रकार भारत बायोटेक इस समय प्रति माह कोवैक्सीन की तीन करोड़ खुराक का उत्पादन कर रही है और आने वाले महीनों में यह संख्या पांच करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।

सूत्रों ने ‘पीटीआई्-भाषा’ को बताया, ‘‘ टीकाकरण के शुरुआती दिनों में अधिक खुराकों की मांग थी लेकिन घरेलू उत्पादन में वृद्धि के साथ मांग के अनुकूल उत्पादन हो रहा है। इसके साथ ही घरेलू स्तर पर उत्पादित टीके की खुराक अधिक किफायती है और इनके भंडारण के लिए विशेष शीतगृह श्रृंखला की जरूरत नहीं पड़ती।’’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को घोषणा की कि भारत वर्ष 2021 की चौथी तिमाही से टीके की अतिरिक्त खुराकों का निर्यात ‘वैक्सीन मैत्री’ और कोवैक्स वैश्विक पूल में की गई प्रतिबद्धता के आधार पर शुरू करेगा लेकिन अपने नागरिकों का टीकाकरण सरकार की शीर्ष प्राथमिकता होगी।

सूत्रों ने बताया कि भारत में 22 फीसदी वयस्कों को टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है जबकि 65 प्रतिशत वयस्कों को कम से कम एक खुराक दी गई है। उन्होंने बताया कि अबतक भारत में 83 करोड़ खुराक दी गई है जिनमें 88.5 प्रतिशत कोविशील्ड, 11.44 प्रतिशत कोवैक्सीन और एक प्रतिशत से भी कम संख्या स्पूतनिक-V की है।

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Web Title: After increasing domestic production, there is little hope of government procurement of Pfizer and Moderna vaccines: Sources

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