अटल बिहारी वाजपेयी के जाने के बाद हमारे बीच रह गये हैं केवल ये 4 भारत रत्न

By धीरज पाल | Published: August 20, 2018 07:28 AM2018-08-20T07:28:35+5:302018-08-20T07:28:35+5:30

भारत रत्न देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। इसकी स्थापना 1954 में हुई थी। उसी साल सी राजगोपालचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और सीवी रमन को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

after atal bihari vajpayee death only 4 living bharat ratna remained in country | अटल बिहारी वाजपेयी के जाने के बाद हमारे बीच रह गये हैं केवल ये 4 भारत रत्न

देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को साल 2015 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में निधन हो गया। अटल बिहारी वाजपेयी को नरेंद्र मोदी सरकार ने साल 2015 में मदन मोहन मालवीय के साथ भारत रत्न से सम्मानित किया था। भारत रत्न देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। 

भारत रत्न की स्थापना 1954 में हुई थी। उसी साल सी राजगोपालचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और सीवी रमन को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। अभी तक कुल 45 भारतीयों को ही इस सम्मान से सम्मानित किया गया है। अटल जी के निधन के बाद अब हमारे बीच केवल चार 'भारत रत्न' रह गये हैं। ये चारों भारत रत्न चार अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े रहे हैं। आइए जानते हैं कौन हैं ये भारत रत्न-

1- लता मंगेशकर (गायिका)

लता मंगेशकर हिन्दी सिनेमा में पार्श्न गायिकी की पहचान बन चुकी हैं। 28 सितम्बर 1929 को महाराष्ट्र में जन्मीं लता टीनएज में ही फिल्मों में गाने लगी थीं।

हजारों गीतों को अपनी आवाज दे चुकी लता को तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और चार फिल्मफेयर बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर अवार्ड मिल चुके हैं।

लता को फिल्मों में योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार दादा साहब फाल्के अवार्ड 1989 में दिया गया था।

साल 2001 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया गया। एमएस सुब्बालक्ष्मी के बाद वो ये सम्मान पाने वाली दूसरी गायिका थीं।  

2- अमर्त्य सेन (अर्थशास्त्री)

तीन नवंबर 1933 को पश्चिम बंगाल में जन्मे अमर्त्य सेन मशहूर अर्थशास्त्री और दार्शनिक हैं। अमर्त्य सेन अमेरिका के प्रसिद्ध हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। सेन ट्रिनिटी कॉलेज के फेलो भी हैं।

1998 में उन्हें अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अगले ही साल 1999 में भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया।

साल 2004 में बीबीसी द्वारा कराे गए सर्वकालिक महान बंगालियों में उन्हें 14वां स्थान मिला था। 

3- सीएनआर राव (वैज्ञानिक)

सीएनआर राव का जन्म 30 जून 1934 को बेंगलुरु (तब बैंगलोर) में हुआ था। सीएनआर राव ने सॉलिड स्टेट और स्ट्रक्चरल केमिस्ट्री के दुनिया के जानेमाने विशेषज्ञों में एक हैं। 

दुनिया भर के प्रतिष्ठित जर्नलों में राव के 1600 से ज्यादा रिसर्च पेपर पब्लिश हैं। वो अब तक 51 किताबें लिख चुके हैं। राव शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार समेत देश-विदेश के कई पुरस्कारों और सम्मान के विजेता हैं।

साल 201 में भारत सरकार ने राव को भारत रत्न से सम्मानित किया। सीवी रमन और एपीजे अब्दुल कलाम के बाद वो यह सम्मान पाने वाले तीसरे वैज्ञानिक बने।

4- सचिन तेंदुलकर (क्रिकेट खिलाड़ी)

24 अप्रैल 1973 को मुंबई में जन्मे सचिन तेंदुलकर अपनी पीढ़ी के सबसे लोकप्रिय और सफल बल्लेबाज रहे हैं। सचिन को सर्वकालिक महान बल्लेबाजो में शुमार किया जाता है।

सचिन ने नवंबर 1989 में महज 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। उसके बाद अगले दो दशकों से ज्यादा समय तक वो भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ बने रहे।   

टेस्ट और वनडे मैचों में कुल मिलाकर 100 से ज्यादा शतक लगा चुके सचिन के नाम टेस्ट और वनडे में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है। सचिन क्रिकेट के सभी प्रारूपों में कुल मिलाकर 30 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं।

खेल में सचिन के योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें 1999 में पद्म श्री और साल 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया। 

साल 2012 में सचिन तेंदुलकर को भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा का सदस्य मनोनीत किया गया।

भारत सरकार ने साल 2014 में सचिन को भारत रत्न से सम्मानित किया।

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