Aero India: एयरो-इंडिया में 80000 करोड़ रुपये के 266 करार, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और सेफ्रन हेलीकॉप्टर इंजन्स के बीच ‘बंधन’, जानिए सबकुछ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 15, 2023 05:59 PM2023-02-15T17:59:50+5:302023-02-15T18:01:55+5:30
Aero India: एमओयू हेलीकॉप्टर इंजनों के डिजायन, विकास, विनिर्माण और आजीवन सहयोग के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और फ्रांस की सेफ्रन हेलीकॉप्टर इंजन्स के बीच हुआ है।

एयरो इंडिया के 14वें संस्करण का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को किया था।
Aero India: एयरो-इंडिया में 266 भागीदारी की घोषणाओं पर हस्ताक्षर हुए। इनमें 201 समझौता ज्ञापन (एमओयू), 53 बड़ी घोषणाएं और नौ उत्पादों की पेशकश शामिल है। माना जा रहा है कि एयरो इंडिया में करीब 80,000 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल हो सकता है।
एक एमओयू हेलीकॉप्टर इंजनों के डिजायन, विकास, विनिर्माण और आजीवन सहयोग के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और फ्रांस की सेफ्रन हेलीकॉप्टर इंजन्स के बीच हुआ है। समझौते और एमओयू ऑपचारिक रूप से ‘बंधन’ समारोह नामक कार्यक्रम में हुए। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत भारतीय रक्षा उद्योग की शीर्ष हस्तियां और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी शामिल हुए थे।
रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा, “बंधन समारोह में 80,000 करोड़ रुपये की 266 साझेदारियां हुईं, जिनमें 201 एमओयू, 52 प्रमुख घोषणाएं, नौ उत्पादों की पेशकश और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (ट्रांसफर्स ऑफ टेक्नोलॉजी) शामिल हैं।” एक एमओयू उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड और एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) के बीच भी हुआ है।
एयरो इंडिया के दौरान जिन उत्पादों को पेश किया गया, उनमें कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (भारत डायनमिक्स लिमिटेड) भी है। इसके अलावा भारत डायनमिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित सेमी-एक्टिव लेजर आधारित टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल को भी यहां पेश किया गया।
यह मिसाइल 23 किलोग्राम वजनी है और इसका उपयोग टैंक और पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों जैसे चलते और स्थिर लक्ष्यों पर विभिन्न इलाकों में किया जा सकता है। बेंगलुरु के बाहर येलहंका वायु सेना स्टेशन परिसर में एयरो इंडिया के 14वें संस्करण का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को किया था।
इसमें लगभग 100 देशों की लगभग 700 रक्षा कंपनियां और प्रतिनिधि शामिल हुए थे। रक्षा मंत्री ने कहा कि एयरो इंडिया ने दुनिया के ‘नए भारत’ का ‘नया रक्षा क्षेत्र’ दिखाया, जो न सिर्फ पिछले कुछ साल में विकसित हुआ है, बल्कि अग्रणी देशों के रक्षा क्षेत्रों के साथ चलने के लिए पूरी तरह तैयार भी है।