भारत को एफ-35 लड़ाकू विमान बेचना चाहता है अमेरिका! एयरो इंडिया शो में मौजूदगी ने चौंकाया
By शिवेंद्र राय | Published: February 14, 2023 02:03 PM2023-02-14T14:03:40+5:302023-02-14T14:06:01+5:30
लॉकहीड मार्टिन का एफ-35 लड़ाकू विमान दुनिया के सबसे बेहतरीन स्टील्थ विमानों में गिना जाता है और अमेरिका इसे केवल अपने बेहद खास मित्र देशों को ही देता है। एफ-35 वर्टिकल टेक ऑफ और लैंडिंग कर सकते हैं। इसके प्रोटोटाइप ने पहली बार 15 दिसंबर 2006 को उड़ान भरी थी।

एफ-35 लड़ाकू विमान दुनिया के सबसे बेहतरीन स्टील्थ विमानों में गिना जाता है
बेंगलूरू: बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो का आयेजन वायुसेना के अड्डे येलहंका पर किया गया। इस शो में देश और दुनिया के कई आधुनिक लड़ाकू और सैन्य परिवहन विमानों के अलावा हल्के और लड़ाकू हेलिकॉप्टरों ने भी हिस्सा लिया। लेकिन शो का सबसे बड़ा आकर्षण रहे अमेरिका के आधुनिक एफ-35 लड़ाकू विमान। पांचवी पीढ़ी के सबसे आधुनिक इन अमेरिकी विमानों के पहले एयरो इंडिया शो में हिस्सा लेने की खबर नहीं थी लेकिन इन विमानों की मौजूदगी ने सबको चौंका दिया।
एयरो इंडिया शो में हिस्सा लेने वाले अमेरिकी दल में एफ-16 और एफ-18 लड़ाकू विमानों के साथ दो एफ-35 विमान भी मौजूद थे। अब माना जा रहा है कि अमेरिकी सरकार और एफ-35 को बनाने वाली कंपनी लॉकहीड मार्टिन की नजरें भारत के रक्षा बाजार पर हैं और रूस को इस बड़े बाजार से बाहर निकालने के लिए एफ-35 की बेचने की पेशकश भारत को की जा सकती है।
लॉकहीड मार्टिन का एफ-35 लड़ाकू विमान दुनिया के सबसे बेहतरीन स्टील्थ विमानों में गिना जाता है और अमेरिका इसे केवल अपने बेहद खास मित्र देशों को ही देता है। भारत को लड़ाकू विमानों की जरूरत है और भारतीय वायुसेना अपनी ताकत बढ़ाने के लिए 114 मल्टीरोल लड़ाकू विमान खरीदना चाहती है। अमेरिका और लॉकहीड मार्टिन की नजर इसी डील पर है।
क्या है खासियत
पांचवी पीढ़ी के दुनिया के सबसे उन्नत लडाकू विमान एफ-35 किसी भी मौसम और परिस्थिति में उड़ान भरने में सक्षम है। स्टील्थ तकनीक से लैस होने के कारण ये विमान रडार की पकड़ में नहीं आता। मल्टीरोल भूमिका निभाने में माहिर एफ-35 चीन के साथ सीमा पर चल रहे विवाद में भारत के लिए बड़ी ताकत साबित हो सकता है। 1930 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने वाले एफ-35 हवा में मशीनगन से फायर भी कर सकता है। इसके अलावा उन्नत मिसाइलों के साथ एफ-35 910 किलोग्राम के 6 भारी विमान अपने साथ लेकर उड़ सकता है।
अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन कंपनी में निर्मित एफ-35 वर्टिकल टेक ऑफ और लैंडिंग कर सकते हैं। इसके प्रोटोटाइप ने पहली बार 15 दिसंबर 2006 को उड़ान भरी थी। कंपनी अब तक 770 यूनिट बना चुकी है। एक एफ-35 विमान की कीमत 122 मिलियन डॉलर है। अमेरिकी सेना के तीनों प्रारूप जल, थल और वायु इस फाइटर जेट का इस्तेमाल करते हैं। इसका इंजन 43 हजार पाउंड का थ्रस्ट पैदा करता है।