कश्मीर में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती, मध्य प्रदेश में पुलिस ने जारी किया विशेष अलर्ट
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 5, 2019 03:25 AM2019-08-05T03:25:03+5:302019-08-05T03:26:57+5:30
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तचर कैलाश मकवाना ने जिलों के एसपी को हिदायत दी है कि वे जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में की गई सुरक्षा बलों तैनाती को ध्यान में रखकर अपने जिलों में विशेष एहतियात बरतें.
कश्मीर में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती के बाद मध्यप्रदेश में भी पुलिस मुख्यालय ने विशेष अलर्ट जारी किया है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तचर कैलाश मकवाना ने जिलों के एसपी को हिदायत दी है कि वे जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में की गई सुरक्षा बलों तैनाती को ध्यान में रखकर अपने जिलों में विशेष एहतियात बरतें. जारी निर्देश में कहा गया है कि मॉब लिचिंग (भीड़ हिंसा) की घटनाएं कदापि न होने पाएं.
उन्होंने कहा है कि भविष्य में होने वाले निर्णयों की वजह से कुछ संगठनों और तत्वों द्वारा संभावित धरने, रैली व आंदोलनों को लेकर भी पुलिस पूरी तरह सतर्क रहे. इसके साथ ही ऐसी परिस्थितियों में सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों को रोकने के लिए भी पहले से दिए गए निर्देशों का भी कड़ाई से पालन करने के निर्देश जिलों के पुलिस अधिक्षकों को दिए हैं.
ज्ञात हो बच्चा चोर गैंग व रोहिंग्या मुसलमानों द्वारा बच्चों का अपहरण कर उन्हें बेचने संबंधी अफवाहों से सावधान रहने की अपील हाल ही में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता द्वारा प्रदेशवासियों से की थी. उन्होंने अपील के जरिए स्पष्ट किया था कि सोशल मीडिया मसलन व्हाट्सएप व फेसबुक इत्यादि पर विभिन्न प्रकार की पुरानी घटनाओं को जोड़कर और फेक मैसेज बनाकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं. इस संबंध में उन्होंने कुछ फेक मैसेज के उदाहरण भी जनता के ध्यान में लाए थे. साथ ही बताया संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक से इसकी क्रॉस चेकिंग कराई गई , जिसमें सोशल मीडिया पर बताईं जा रहीं घटनाएं असत्य पाई गई थीं.
शरारती तत्वों पर करें कार्रवाई
आने वाले दिनों में पड़ने वाले त्योहारों नागपंचमी, रक्षाबंधन, कावड़ यात्रा एवं ईद के दौरान कानून व्यवस्था एवं सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को विशेष सतर्कता बरतने और एहतियात बतौर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश जारी किए गए हैं. जिलों के एसपी को दिए निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि शरारती तत्वों से कड़ाई से निपटा जाए.