प्रतिमा विवाद पर जैन समाज के आक्रोश के बाद एबीवीपी ने मांगी माफी
By भाषा | Updated: December 24, 2020 22:51 IST2020-12-24T22:51:39+5:302020-12-24T22:51:39+5:30

प्रतिमा विवाद पर जैन समाज के आक्रोश के बाद एबीवीपी ने मांगी माफी
मेरठ, 23 दिसम्बर उत्तर प्रदेश में मेरठ मंडल के बागपत जनपद स्थित दिगम्बर जैन कॉलेज में स्थापित श्रुति देवी की प्रतिमा का कथित रुप से अपमान करने और संस्थान में तालाबंदी करने का मामला तूल पकड़ने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की ओर से घटना के लिए बृहस्पतिवार को जैन समाज से क्षमा मांगी गई है।
एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री राहुल कुमार वाल्मीकि ने अपने ट्विटर हैंडल पर प्रकरण के लिए क्षमा मांगते हुए कहा है कि यह घटना अज्ञानतावश एवं प्रमुख कार्यकर्ताओं की जानकारी के बिना हुई, तथा अभाविप इस तरह की घटना का लेशमात्र समर्थन भी नही करता है।
वाल्मीकि के ट्वीट में कहा गया है ‘‘हम परिसर को शिक्षा का मंदिर मानते हैं एवं सभी पन्थों-परम्पराओं के प्रति श्रद्धा रखते हैं। अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् बागपत के कुछ कार्यकर्ताओं की भूल के लिए पुनः सम्पूर्ण जैन समाज से क्षमापार्थी है।’’
गौरतलब है कि मंगलवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने दिगंबर जैन महाविद्यालय में स्थापित प्रतिमा को कथित रूप से विवादित बताते हुए कालेज के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया था और प्रबंधन समिति को सात दिनों का अल्टीमेटम देते हुए प्रतिमा को हटाने की मांग की थी।
घटना को लेकर जैन समाज के लोगों ने बृहस्पतिवार को जुलूस निकाल कर आक्रोश जताया और कॉलेज प्रबंधन समिति को एक ज्ञापन सौंप कर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र सिंह ने संस्थान में घुसकर तोड़-फोड़ की कोशिश करने, ताला तोड़कर अपना ताला लगाने और छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ को बंधक बनाने की कोशिश करने आदि के आरोप में एबीवीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी।
बागपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने आज शाम पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘तहरीर के आधार पर तीन लोगों को नामजद कर एबीवीपी के दस अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।’’
प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र सिंह ने स्थानीय मीडिया को बताया कि यह प्रतिमा कॉलेज में चार साल पहले 2016 में स्थापित की गयी थी, जो जैन धर्म की प्रतीक मां श्रुति देवी की है।
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