राज ठाकरे के अयोध्या दौरा रद्द होने पर अबू आजमी ने ली चुटकी, बोले- "मनसे प्रमुख ने डर की वजह से अयोध्या दौरे से तौबा कर लिया"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 23, 2022 03:36 PM2022-05-23T15:36:38+5:302022-05-23T15:47:13+5:30
सपा नेता अबू आजमी ने कहा कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने जिस डर से अयोध्या यात्रा रद्द की है कि वो उनपर इस कदर हावी है कि वो उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर में नहीं जाएंगे क्योंकि उसके लिए उनके पास "हिम्मत नहीं बची है।
मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे द्वारा 5 जून को प्रस्तावित अयोध्या दौरा कैंसिल होने पर रविवार को पुणे में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अबू आज़मी ने जमकर चुटकी ली।
अबू आजमी के मुताबिक भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की धमकी से मनसे प्रमुख इस कदर डर गये कि उन्होंने अयोध्या जाने से ही तौबा कर ली।
इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने जिस डर से अयोध्या यात्रा रद्द की है कि वो उनपर इस कदर हावी है कि वो उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर में नहीं जाएंगे क्योंकि उसके लिए उनके पास "हिम्मत नहीं बची है।
राज ठाकरे की सर्जरी वाली दलील पर प्रतिक्रिया देते आजमी ने कहा कि सर्जरी तो बहाना है अयोध्या दौरे को रद्द करने के लिए, दरअसल उनके मन में यूपी वालों को लेकर खौफ है।
अपनी बात को सही ठहराते हुए अबू आजमी ने कहा कि राज ठाकरे और उनकी मनसे पूरे महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों के खिलाफ बहुत हिंसक प्रदर्शन किया है, अब यूपी वाले भी उनकी नफरत का जवाब नफरत के साथ दे रहे हैं।
राज ठाकरे पर व्यंग्य करते हुए अबू आजमी ने दाव किया कि राज ठाकरे सीरियस राजनेता नहीं हैं और उन्हें कोई वेटेज भी नहीं देता है, जिसे वो लेने का प्रयास करते रहते हैं।
उन्होंने कहा, "राज ठाकरे बेहद परेशान हैं कि महाराष्ट्र में उनकी राजनीति ही खत्म हो गई है और उन्हें यूपी जाने में की हिमम्त उनमें है नहीं, वो डरे हुए हैं।"
भाजपा और मनसे के कथिततौर पर छुपे हुए गठजोड़ के बारे में बात करते हुए आदमी ने कहा कि महाराष्ट्र भाजपा को राज ठाकरे को मजहबी राजनीति करने के लिए उकसा रही है, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि उसी भाजपा के यूपी के सांसद उनका विरोध भी कर रहे हैं। दरअसल भाजपा ठाकरे को इस्तेमाल कर रही है और वो हो रहे हैं।
मालूम हो कि राज ठाकरे के अयोध्या दौरे के मद्देनजर भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने विशेषतौर पर उनकी अयोध्या यात्रा का विरोध करते हुए कहा था कि अगर राज ठाकरे अयोध्या आना चाहते हैं तो उन्हें यूपी की सीमा में प्रवेश करने से पहले यूपी के युवाओं से मांफी मांगनी होगी।
वहीं राज ठाकरे ने बढ़ते हुए बवाल के बीत बीते हफ्ते इस बात की घोषणा कर दी की वो अयोध्या नहीं जाएंगे और उन्होंने कहा कि इसका कारण वो पुणे की सभा में बताएंगे।
राज ठाकरे ने रविवार को पुणे की जनसभा में कहा उनकी अयोध्या यात्रा इसलिए कैंसिल हुई है क्योंकि इसके जरिये उन्हें राजनीतिक जाल में फांसा जा रहा था। राज ठाकरे का इशारा अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना की ओर था, जिसका उन्होंने नाम नहीं लिया।
इसके अलावा मनसे प्रमुख ने शारीरिक बीमारियों का भी हवाला दिया था कि उतनी दूर की यात्रा करने के लिए पूरी तरह से स्वस्थ्य नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि वो पैर और कमर में दर्द से पीड़ित हैं और आगामी 1 जून को वो अपने कूल्हे की हड्डी की सर्जरी करवाने वाले हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)