पंजाब चुनाव में AAP ने खालिस्तान समर्थक वोटों और फंड का किया है इस्तेमाल- प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के दावे से मची हलचल, जानें पूरा मामला
By आजाद खान | Published: March 12, 2022 10:56 AM2022-03-12T10:56:46+5:302022-03-12T10:58:54+5:30
संगठन के अनुसार, 'आप' के सत्ता में आने के बाद खालिस्तान जनमत संग्रह के समर्थन में पंजाब विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित करने की बात कही गई थी।
Punjab Election 2022: प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (Sikhs for Justice) ने पंजाब चुनाव और 'आप' को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। सिख फॉर जस्टिस के मुताबिक, पंजाब में चुनाव जीतने के लिए 'आप' ने खालिस्तान समर्थक वोटों और खालिस्तान समर्थक फंडों का इस्तेमाल किया है। SFJ ने दावा किया है कि इस चुनाव में विदेशी राष्ट्रों के फंड का भी इस्तेमाल हुआ है। हालांकि अभी तक 'आप' के तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन SFJ के दावे ने देश में एक नया बहस छेड़ दिया है।
क्या है पूरा मामला
सिख फॉर जस्टिस द्वारा जारी एक पत्र के अनुसार, 'आप' ने संगठन के नाम से 17 फरवरी को एक फेक न्यूज को चलाया था जिसमें यह दावा किया गया था कि SFJ पंजाब चुनाव में AAP का समर्थन कर रहा है। इस दावे को लेकर बहुत बवाल हुआ था। इसके बाद SFJ ने एक वीडियो जारी कर इस दावे को खारिज कर दिया था।
SFJ ने किया नया दावा
अब SFJ ने एक और पत्र जारी कर कहा है कि उसने जब उसके नाम पर फेक न्यूज वाले बात को खारिज किया था तब 18 फरवरी को उन्हे एक फोन आया था। फोन करने वाला इंसान खुद को 'आप' का प्रवक्ता राघव चड्ढा बता रहा था। उस सख्श ने संगठन से कहा कि फेक न्यूज की जिम्मेदारी वे ले लें, इसके लिए सख्श ने पैसे की पेशकश की और यह भी वादा किया कि 'आप' जब पंजाब की सत्ता को संभालेगी तब वे खालिस्तान जनमत संग्रह के समर्थन में पंजाब विधानसभा में एक प्रस्ताव भी पारित करेगी।
कौन है SFJ
SFJ एक भारत विरोधी अलगाववादी ग्रुप है जिसका नेतृत्व गुरपतवंत सिंह पन्नू करते हैं। इस संगठन पर उसकी खालिस्तानी अलगाववादी गतिविधियों के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। बताया जाता है कि यह संगठन पंजाब में 'खालिस्तान जनमत संग्रह' को आयोजित करना चाहता है और इसकी मंशा है कि वह पंजाब को भारत से अलग करे।