क्या नवजोत सिंह सिद्धू AAP में होंगे शामिल, जानिए सांसद भगवंत मान ने क्या दिया जवाब
By पल्लवी कुमारी | Published: February 19, 2020 10:19 PM2020-02-19T22:19:31+5:302020-02-19T22:19:31+5:30
जुलाई 2019 में नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था। 17 फरवरी की रात नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में सार्वजनिक तौर पर देखे गए थे।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के आम आदमी पार्टी (AAP) में जाने की अटकलें काफी तेज हो गई हैं। आप सांसद भगवंत मान से पूछे जाने पर कि क्या नवजोत सिंह सिद्धू के पार्टी में शामिल होने की कोई संभावना है? तो सांसद मान ने कहा, वह एक ईमानदार व्यक्ति हैं। प्रत्येक व्यक्ति जो पंजाब से प्यार करता है और राज्य की भलाई के लिए काम करना चाहता है,उसका स्वागत है। उनके साथ अभी कोई आधिकारिक बातचीत नहीं हुई है। तकरीबन 13 सालों तक बीजेपी में रहने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने साल 2017 कांग्रेस का दामन थामा था। पिछले सात महीनों से नवजोत सिंह सिद्धू राजनीतिक वनवास पर चल रहे थे।
Aam Aadmi Party MP Bhagwant Mann on being asked if there are any chances of Navjot Singh Sidhu joining the party: He is an honest man. Every person who loves Punjab and wants to work for the welfare of the State is welcome. There have been no official talks with him so far. pic.twitter.com/h7bBB8S9Ls
— ANI (@ANI) February 19, 2020
संगरूर से सांसद ने यहां एक संवाददता सम्मेलन में कहा, ‘‘सिद्धू के चरित्र पर कोई संदेह नहीं कर सकता है। वह एक ईमानदार व्यक्ति हैं । मैं उनके क्रिकेट के दिनों से ही हमेशा से उनका प्रशंसक रहा हूं । अब तक, आधिकारिक स्त यह पूछे जाने पर कि क्या वह चाहते हैं कि सिद्धू आम आदमी पार्टी में शामिल हों, मान ने कहा कि जो बिना किसी व्यक्तिगत हित के राज्य के कल्याण के लिए काम करना चाहते हैं हम चाहते हैं कि वे सब हमारी पार्टी में शामिल हों।
जुलाई 2019 में नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था। 17 फरवरी की रात नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में सार्वजनिक तौर पर देखे गए थे। स कार्यक्रम में उन्होंने अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ मंच साझा किया था।
नवजोत सिद्धू ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से प्रचार में हिस्सा नहीं लिया था। आठ महीने बाद सिद्धू के अचानक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रकट होने से राजनीतिक गलियारों में उनके बारे में कयास लगने शुरू हो गए हैं।