मध्य प्रदेशः पुलिसकर्मियों ने युवक का सिर फोड़ा, पत्नी को तमाचा, सिर से खून निकलने पर भागे, आयोग ने मांगा जवाब
By शिवअनुराग पटैरया | Published: November 19, 2020 07:24 PM2020-11-19T19:24:44+5:302020-11-19T19:26:01+5:30
आयोग के अनुसार अनस खान हमीदिया रोड स्थित कबाड़खाने में रहते हैं. वह फर्नीचर का काम करते हैं. अनस का आरोप है कि बीते सोमवार रात पत्नी व परिजनों के साथ घूमने निकले थे. नूतन कालेज के पास गलत दिशा में कार निकालने पर दो पुलिसकर्मियों ने उनको रोक लिया और अभद्रता करने लगे.
भोपालः भोपाल शहर के हबीबगंज क्षेत्र में नूतन कालेज के पास कार गलत दिशा में निकालने पर दो पुलिसकर्मियों से एक परिवार का विवाद हो गया. पुलिसकर्मियों ने कार चालक युवक के साथ मारपीट कर उसका सिर फोड़ दिया. म.प्र. मानव अधिकार आयोग ने इस मामले में डीआईजी भोपाल से जवाब मांगा है.
आयोग के अनुसार अनस खान हमीदिया रोड स्थित कबाड़खाने में रहते हैं. वह फर्नीचर का काम करते हैं. अनस का आरोप है कि बीते सोमवार रात पत्नी व परिजनों के साथ घूमने निकले थे. नूतन कालेज के पास गलत दिशा में कार निकालने पर दो पुलिसकर्मियों ने उनको रोक लिया और अभद्रता करने लगे.
पुलिसकर्मियों ने मारपीट की और सिर में डंडा मार दिया. पत्नी को तमाचा भी मारा. सिर से खून निकलने पर दोनों पुलिसकर्मी भाग गये. अस्पताल पहुंचे, तो डाक्टरों ने उनके सिर में पांच टांके लगाये. बाद में वह अपने परिवार की महिलाओं के साथ हबीबगंज थाने पहुंचे, लेकिन थाने में दोनों पुलिसकर्मियों की शिकायत लेने को कोई तैयार नहीं था. आला अधिकारियों का कहना है कि मामला जानकारी में है, जल्द ही कार्रवाई करेंगे. इस मामले में आयोग ने पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी), भोपाल से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है.
पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत होने पर हंगामा: रीवा जिले के बिछिया थाने में पुलिस अभिरक्षा में एक युवक की मौत होने पर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया. पुलिस ने शिवपुरवा निवासी विश्वविदित कमलापति शुक्ला और भांजे जितेंद्र मिश्रा को अपहरण के मामले में पकड़ा था. इस दौरान कमलापति की तबियत बिगड़ गई, तो उसे रीवा रेफर कर दिया, वहां उसे मृत घोषित कर दिया. इसपर परिजनों ने हंगामा कर दिया. इस मामले में आयोग ने पुलिस अधीक्षक, रीवा से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है.
एक पखवाड़े बाद भी दुर्घटना मामले में कार्रवाई नहीं: विदिशा जिले के सिरोंज रोड पर विगत 29 अक्टूबर को हुई दुर्घटना में पुलिस ने अभी तक नहीं किया आरोपियों को गिरफ्तार नाराज परिजन पहुंचे जिला कलेक्ट्रेट घायल मरीज को साथ में लेकर. एडिशनल एसपी को ज्ञापन दिया. दुर्घटना में घायल व्यक्ति के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि पुलिस द्वारा पैसे लिये गये हैं और उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही है, वहीं गंजबासौदा अस्पताल में भी पैसे मांगे जाने और दो हजार रुपए रिश्वत दिये जाने की बात कही.
परिजनों ने बासौदा चिकित्सालय में पदस्थ कम्प्यूटर आपरेटर प्रजापति ने उनसे पांच हजार रुपए की मांग की गई. उन्होंने दो हजार रुपए दिये, तब जाकर घायल को विदिशा रेफर किया गया और अभी तक दुर्घटना में शामिल लोगों पर कोई भी काईवाई नहीं की गई,
परिजनों ने एएसपी से शीघ्र कार्रवाई के लिये ज्ञापन सौंपा है. इस मामले में बासौदा चिकित्सालय में पदस्थ कम्प्यूटर आपरेटर प्रजापति से बात की, तो उन्होंने किसी भी प्रकार के पैसे लेने से साफ ईनकार किया है और उनका कहना यह भी था कि वे उस दिन ड्यूटी पर ही नहीं थे, उनपर बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे हैं. इस मामले में आयोग ने पुलिस अधीक्षक, विदिशा से एक माह में प्रतिवेदन मांगा है.