Aadhaar Latest Update: आधार कार्ड में UIDAI जल्द ही करने वाली है दो बड़े बदलाव, अब गलत इस्तेमाल करना होगा मुश्किल, जानें क्या है यह अपडेट
By आजाद खान | Published: June 16, 2022 09:14 AM2022-06-16T09:14:43+5:302022-06-16T09:16:49+5:30
Aadhaar Card Latest Update: इस पर बोलते हुए यूआईडीएआई के एक अधिकारी ने कहा कि आधार में अब हर व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक के आंकड़े को जोड़े जाने की योजना बनाई जा रही है।
Aadhaar Card Latest Update: आधार (Aadhaar) जारी करने वाली एजेंसी यूआईडीएआई (UIDAI) जल्द ही आपके आधार को लेकर बड़ी कदम उठाने जा रही है। इसके लिए यूआईडीएआई अपने दो पायलट प्रोग्राम भी लॉन्च करने जा रही है।
यूआईडीएआई की माने तो वह जन्म और मृत्यु के डेटा को आधार से जोड़ना चाहती है। इससे वह आधार को लेकर इसके गलत इस्तेमाल पर रोक लगाना चाहती है। एजेंसी का कहना है कि वह इसके लिए नवजात शिशु को अस्थाई आधार नंबर (Temporary Aadhaar number) भी जारी करेगा ताकि उनके पास जन्म लिए हुए बच्चों का भी डेटा रहे।
क्या है यह आधार का नया अपडेट
मामले में बोलते हुए एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि यूआईडीएआई दो पायलट प्रोग्राम के जरिए हर भारतीय के जन्म और मृत्यु का रिकॉर्ड रखना चाहती है। इसके लिए यूआईडीएआई नवजात शिशु को अस्थाई आधार नंबर जारी करेगी ताकि उनका जन्म का रिकॉर्ड हो जिसे बाद में बायोमीट्रिक डेटा के साथ अपग्रेड किया जाएगा।
साथ ही एजेंसी उन लोगों की भी जानकारी रखना चाहती है जिनकी मृत्यु हो गई है। यानी आधार में अब हर व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक के आंकड़े जोड़े जाएंगे।
इस पर अधिकारियों ने आगे कहा कि एजेंसी ऐसा इसलिए कर रही है ताकि आधार को गलत उपयोग न हो। इसके साथ ही एजेंसी का यह भी कहना है कि वह इस पायलट प्रोग्राम के जरिए बच्चे से लेकर पूरी परिवार को सरकारी योजनाओं देना चाहता है और वह यह भी सुनिश्चित करना चाहती है कि इसका लाभ सभी को मिल सके।
उनके मुताबिक, इस पायलट प्रोग्राम के जरिए एजेंसी यह चाहती है कि सामाजिक सुरक्षा के लाभ (social security benefits) समाज के हर वर्ग को सही से मिल सके।
इसके साथ वह मृत्यु के डेटा को आधार से लिंक कर यह भी सुनिश्चित करना चाहती है कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजना का गलत इस्तेमाल न हो सके। आपको बता दें कि आधार को 2010 में लॉन्च किया गया था और देश की लगभग पूरी वयस्क आबादी को इसमें एनरॉल किया जा चुका है।
बच्चे से लेकर बुजुर्ग सबका होगा आधार डेटा होगा यूआईडीएआई के पास
एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि अब से ऐसा चला आ रहा था कि पांच साल के बच्चे का आधार बनता था और जब वह 18 साल का हो जाता था तो वह उसे अपग्रेड करा लेता था। लेकिन अब एजेंसी नए पायलट प्रोग्राम के जरिए अब जन्म लिए हुए बच्चे का भी आधार बनाने की तैयारी में है।
इसके लिए नवजात शिशु को अस्थाई आधार नंबर दिया जाएगा जो पांच साल के बच्चों की तरह 18 साल होने पर अपग्रेड किया जा सकेगा। आधिकारी ने बताया कि नवजात बच्चों को प्रॉविजनल आधार नंबर जारी करने का प्रावधान पहले से ही है, लेकिन अब उसे सही से लागू किया जाएगा। इसमें सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल और मुर्दा घरों से भी डेटा मांगी जाएगी।