छत्तीसगढ़ में हैरान करने वाला मामला आया सामने, छह दिन की बच्ची के पेट में पाया गया अविकसित भ्रूण
By भाषा | Published: October 20, 2019 05:58 AM2019-10-20T05:58:53+5:302019-10-20T05:58:53+5:30
‘बच्ची के पेट के हिस्से में सूजन थी। चिकित्सा जांच के बाद उसका सोनोग्राफी टेस्ट कराया गया। सोनोग्राफी में पता चला कि बच्ची एक दुर्लभ चिकित्सा स्थिति में है जिसे ‘गर्भस्थ शिशु में भ्रूण’ कहा जाता है।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में हैरतअंगेज मामला सामने आया है। यहां छह दिन की बच्ची के पेट में एक अविकसित भ्रूण पाया गया है। डॉक्टरों ने इसे असामान्य घटना होने का दावा किया है। एक डॉक्टर ने शनिवार को बताया कि नवजात बच्ची के माता-पिता 17 अक्टूबर को उसे शहर के एक निजी नर्सिंग होम में लाए। माता-पिता दोंगरगांव इलाके के अमलीडीह गांव के रहने वाले हैं।
बाल चिकित्सक और नर्सिंग होम के मालिक डॉ. अनिमेश गांधी ने कहा, ‘‘बच्ची के पेट के हिस्से में सूजन थी। चिकित्सा जांच के बाद उसका सोनोग्राफी टेस्ट कराया गया। सोनोग्राफी में पता चला कि बच्ची एक दुर्लभ चिकित्सा स्थिति में है जिसे ‘गर्भस्थ शिशु में भ्रूण’ कहा जाता है।’’
उन्होंने बताया, ‘‘इस स्थिति में पेट में एक अन्य शिशु का अविकसित भ्रूण पाया जाता है।’’ उन्होंने बताया कि नवजात बच्ची की हालत सामान्य है और जांच में पता चला कि अविकसित भ्रूण उसके किसी अंग से जुड़ा नहीं है। डॉ. गांधी ने बताया, ‘‘लड़की को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। जब बच्ची का वजन करीब 4-5 किलोग्राम होगा तब हम भ्रूण हटाने की सर्जरी करेंगे।
रायपुर के डॉ. नितिन शर्मा यह सर्जरी करेंगे जो पहले भी दो बार ऐसी सर्जरी कर चुके हैं।’’ बच्ची की सोनोग्राफी करने वाले विकिरण चिकित्सक डॉ. अमित मोदी ने कहा कि ऐसी स्थिति पांच लाख नवजातों में से एक में पायी जाती है और देश में ऐसे केवल 9-10 मामले ही सामने आते हैं।’’
डॉ. मोदी ने कहा, ‘‘ऐसी स्थिति सामान्य तौर पर जुड़वा बच्चों के साथ गर्भधारण करने पर होती है। एक भ्रूण का विकास नहीं होता और आखिरकार वह दूसरे भ्रूण में मिल जाता है।’’ भाषा गोला माधव माधव