बंगाल में सातवें चरण में 75 फीसदी वोट पड़े, कुल मिलाकर शांति पूर्ण रहा मतदान

By भाषा | Published: April 27, 2021 01:50 AM2021-04-27T01:50:26+5:302021-04-27T01:50:26+5:30

75 percent of the votes were cast in the seventh phase in Bengal, overall peace was complete. | बंगाल में सातवें चरण में 75 फीसदी वोट पड़े, कुल मिलाकर शांति पूर्ण रहा मतदान

बंगाल में सातवें चरण में 75 फीसदी वोट पड़े, कुल मिलाकर शांति पूर्ण रहा मतदान

कोलकाता, 26 अप्रैल पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए सोमवार को हुए सातवें चरण के चुनाव में अनुमानित तौर पर 75 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है। मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिज़ आफताब ने कहा कि 34 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में शाम पांच बजे तक 75.06 प्रतिशत वोट पड़े लेकिन मतदान शाम साढ़े छह बजे तक चला, लिहाजा मत प्रतिशत के बढ़ने की उम्मीद है।

उन्होंने पत्रकारों से कहा, “ मतदान आज शांतिपूर्ण रहा और राज्य में कहीं भी हिंसा की कोई घटना नहीं हुई। "

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जगमोहन ने कहा, “ सातवां चरण सबसे शांत रहा। आज मतदान के दौरान कहीं भी बम विस्फोट नहीं हुआ, संवेदनशील स्थानों पर भी ऐसा कुछ नहीं हुआ। हम बेहद खुश हैं। पुलिस और केंद्रीय बलों ने सराहनीय काम किया है।”

सातवें चरण में मुर्शिदाबाद और पश्चिम वर्द्धमान जिलों की नौ विधानसभा सीटों तथा दक्षिण दिनाजपुर और मालदा जिलों की छह-छह सीटों और कोलकाता की चार सीटों के 12,068 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ।

इनमें भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल है जहां से तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी मौजूदा विधायक हैं और वह इसी क्षेत्र की निवासी हैं।

मालदा, मुर्शिदाबाद और दक्षिण दिनाजपुर अल्पसंख्यक बहुल जिले हैं और इन जिलों में मुकाबला तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और कांग्रेस-आईएसएफ-वाम गठबंधन के बीच है। हालांकि कुछ क्षेत्रों में भाजपा ने भी मजबूती हासिल की है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि शाम पांच बजे तक सबसे ज्यादा 80.30 प्रतिशत मतदान मुर्शिदाबाद सीट पर हुआ जबकि सबसे कम 59.91 प्रतिशत वोट कोलकाता दक्षिण सीट पर पड़े।

बहरहाल, मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा, लेकिन राज्य के कुछ हिस्सों में प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की चंद घटनाएं भी हुई हैं।

आसनसोल क्षेत्र से टकराव की कुछ घटनाएं सामने आईं जहां तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार सायोनी घोष ने दावा किया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मतदान केंद्र पर अवरोध पैदा करने की कोशिश की।

भाजपा उम्मीदवार अग्निमित्र पॉल ने इन आरोपों को निराधार बताया और दावा किया कि अपनी हार भांपकर घोष इस प्रकार के आरोप लगा रही हैं।

रास बिहारी विधानसभा सभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर उस वक्त हो हल्ला हुआ जब भाजपा उम्मीदवार सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा के एजेंट मोहन राव पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि विद्या भारती स्कूल में महिला मतदाताओं ने आरोप लगाया कि एजेंट ने उनके हाथ पकड़कर उन्हें मतदान केंद्र खींचकर ले जाने की कोशिश की। इस आरोप के बाद राव को हिरासत में ले लिया गया।

राव ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई।

अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें इस संदंर्भ में एक शिकायत मिली है और जांच चल रही है।’’

इस विधानसभा से तृणमूल उम्मीदवार देबाशीष कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बलों ने उन्हें एक मतदान केंद्र पर प्रवेश करने से रोका, लेकिन केंद्रीय बलों ने इल्ज़ाम से इनकार किया।

जमूरिया विधानसभा क्षेत्र में वाम मोर्चे उम्मीदवार आइशी घोष ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनके एजेंट को मतदान केंद्र में प्रवेश करने से रोका। तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को खंडन किया।

मुर्शिदाबाद में, टीएमसी के जिला अध्यक्ष और सांसद अबू ताहिर के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं ने तब कथित धक्का-मुक्की की जब वह क्षेत्र में दौरा कर रहे थे।

ताहिर ने दावा किया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की है लेकिन कांग्रेस ने आरोपों से इनकार किया है।

भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र में टीएमसी के उम्मीदवार सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने दावा किया कि उन्हें केंद्रीय बलों ने मतदान केंद्र में प्रवेश करने से रोका था।

सुरक्षा बलों ने आरोपों से इनकार किया है और मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने मामले में दखल दिया और मुद्दे को हल कराया।

आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले चरणों के चुनाव में हिंसा को देखते हुए, खासकर, 10 अप्रैल को चौथे चरण के मतदान के दौरान सीतलकूची में पांच लोगों की मौत के बाद सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।

उन्होंने बताया कि आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए सातवें चरण में केंद्रीय बलों की कम से कम 796 कंपनियों को तैनात किया था।

आयोग ने चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के लिए उपाय किए थे, जिनमें मास्क लगाना और एक दूसरे से दूरी बनाना शामिल है।

मुर्शिदाबाद जिले की शमशेरगंज और जांगीपुर सीटों पर सोमवार को होने वाला चुनाव टाल दिया गया है, क्योंकि इन सीटों से दो उम्मीदवारों का कोरोना वायरस की वजह से निधन हो गया है।

आयोग ने इन दो सीटों पर चुनाव की तारीख 16 मई तय की है।

बंगाल में आठवें और अंतिम चरण का चुनाव 29 अप्रैल को होगा तथा मतगणना दो मई को होगी।

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Web Title: 75 percent of the votes were cast in the seventh phase in Bengal, overall peace was complete.

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