दिल्ली में इमारत ढहने से सात लोगों की मौत, घायलों से मिले CM केजरीवाल, मनोज तिवारी
By स्वाति सिंह | Published: September 27, 2018 03:25 AM2018-09-27T03:25:13+5:302018-09-27T03:25:13+5:30
उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने दावा किया है कि इमारत को खतरनाक घोषित नहीं किया गया था और उस इमारत के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली।
नई दिल्ली, 27 सितंबर: उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के अशोक विहार में बुधवार शाम पांच मंजिला बिल्डिंग के ढहने से चार बच्चों और दो महिलाओं सहित सात लोगों की मौत हो गई। तीन हफ्ते पहले ही शिकायतें मिलने के बाद नगर निगम की एक टीम ने 20 साल पुराने इस ढांचे का निरीक्षण किया था।
दिल्ली सरकार ने घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और पुलिस ने इस संबंध में इमारत के मालिक धर्मेंद्र, उसके व्यापारिक सहयोगी सचिन और सचिन के पिता रोशन लाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है जिसमें अधिकतम 10 साल की सजा का प्रावधान है। इन लोगों ने अशोक विहार में इमारत को किराए पर उठाया था। सभी आरोपी फरार हैं।
इमारत के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली
एक ओर पुलिस ने दावा किया है कि इमारत के खतरनाक स्थिति में होने की शिकायतें मिलने के बाद नगर निगम की एक टीम ने 20 दिन पहले इस इमारत का निरीक्षण किया था। वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने दावा किया है कि इमारत को खतरनाक घोषित नहीं किया गया था और उस इमारत के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली।
पुलिस ने बताया कि इमारत की जर्जर स्थिति के संबंध में 16 अगस्त 2017 को एक शिकायत दर्ज कराई गई थी और एमसीडी की एक टीम ने 20 दिन पहले ही इमारत का निरीक्षण किया था।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक प्रवक्ता ने बताया कि राहत कार्यों के लिए बल की दो टीमें मौके पर भेजी गई हैं।
इमारत के भूतल में एक दुकान थी जबकि दूसरे एवं तीसरे तल पर किराएदार रहते थे। एक तल खाली पड़ा था।
घटना के वक्त इमारत के अंदर 12 लोग मौजूद थे। घायलों को तत्काल दीपचंद बंधु अस्पताल ले जाया गया।
सीएम केजरीवाल, बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने किया दौरा
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा किया और उन्होंने नगर निगम पर इमारतों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी ठीक ढंग से नहीं निभाने का अरोप लगाया।
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अजय माकन ने भाजपा शासित नगर निगम को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया वहीं भाजपा की दिल्ली इकाई ने उप राज्यपाल से घटना की मजिस्टेट से जांच कराने की मांग की।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एनडीएमसी के मेयर आदेश गुप्ता के साथ अस्पताल जा कर घायलों का हाल चाल जाना। केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने भी घटनास्थल का दौरा किया।