बिहार में नालंदा जिले में कोरोना वायरस ने पसारे पांव, संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर हुई 66
By एस पी सिन्हा | Published: April 14, 2020 03:19 PM2020-04-14T15:19:33+5:302020-04-14T15:19:33+5:30
बिहार के बेगूसराय और नालंदा जिले में सोमवार को कोरोना संक्रमण के एक—एक नये मामले सामने आने के बाद प्रदेश में इस बीमारी के संक्रमित मरीजों की संख्या 66 हो गयी है.प्रदेश में कोरोना संक्रमित एक मरीज की मौत हो चुकी है.
पटना: बिहार में कोरोना वायरस ने अब नालंदा जिले में भी तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है. जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के खासगंज मुहल्ला निवासी 40 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है. वह कुछ दिन पहले ही दुबई से वापस लौटा था. इस तरह बिहार में अब कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या 66 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है.
बताया जाता है कि उसकी जांच के बाद कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिलने पर उसे होम क्वारनटाइन पर रखा गया था. सतकर्ता के तौर पर दो दिन पहले उसका सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया था. यह नालंदा जिले का पहला पॉजिटिव मरीज है. सोमवार की रात खासगंज निवासी युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई. उस युवक को रात में ही पावापुरी मेडिकल कॉलेज (विम्स) में भेजा गया. जहां उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. वह युवक 22 मार्च को युवक दुबई से लौटा था. क्वारनटाइन सेंटर पर भी उसे रखा गया था. 11 अप्रैल को उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया था. सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह ने बताया कि क्वारनटाइन करने के समय से ही उस युवक की मॉनिटरिंग की जा रही थी. उस समय कोरोना जैसे कोई लक्षण नहीं थे. युवक की खासगंज में बैट्री की दुकान है.
बताया जा रहा है कि अब उसके तमाम स्वजनों और मिलने-जुलने वालों की भी जांच कराई जाएगी. यह नालंदा जिले में कोरोना पॉजिटिव का तीसरा केस है. इससे पहले दो संक्रमित युवक स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं. पहला संक्रमित युवक पटना के शरणम हॉस्पिटल का स्वास्थ्यकर्मी था. वह मुंगेर के कोरोना संक्रमित उस युवक के इलाज के दौरान सम्पर्क में आया था, जिसकी बाद में पटना के एम्स में मौत हो गई थी. वहीं दूसर युवक सिलाव प्रखंड के एक गांव का बाशिंदा था. वह आबूधाबी से लौटा था. दोनों युवकों को पटना के एनएमसीएच में भर्ती कराया गया था. जहां 14 दिनों तक आईसोलेशन वार्ड में रहकर दोनों ने स्वास्थ्य लाभ किया. उनकी लगातार चार बार जांच की गई. सभी रिपोर्ट निगेटिव आई. 14 दिनों तक होम क्वारनटाईन की नसीहत के साथ दोनों को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई.