अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को मांगी गई थीं 500 कंपनियां, मिलेंगी महज 350, इसलिए प्रशिक्षु जवानों को भी किया जाएगा तैनात
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 28, 2022 04:44 PM2022-05-28T16:44:17+5:302022-05-28T16:50:39+5:30
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था में केंद्रीय सुरक्षाबलों की 500 से ज्यादा कंपनियां मांगी गई थीं लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय 10 जून से केवल 350 कंपनियां को ही भेजने पर राजी हुआ है। इस कारण से सुरक्षा व्यवस्था में अब प्रशिक्षु जवानों को भी तैनात किया जाएगा।
जम्मू: अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था इस बार प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों के हवाले भी होगी जिन्हें हजारों की संख्या में इसलिए तैनात किया जाएगा क्योंकि प्रदेश सरकार ने जितने सुरक्षाबल केंद्र से अमरनाथ यात्रा के लिए मांगे हैं, उतने उसे मुहैया नहीं करवाए जा रहे हैं।
सरकारी तौर पर इसे स्वीकार किया गया है कि केंद्रीय सुरक्षाबलों की 500 से ज्यादा कंपनियां मांगी गई थीं पर केंद्रीय गृह मंत्रालय 10 जून से केवल 350 कंपनियां को ही भेजने पर राजी हुआ है। ऐसे में 150 के करीब कंपनियों की कमी को अब जम्मू कश्मीर पुलिस के 7 प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षुओं से पूरी की जाएगी।
केंद्रीय सुरक्षाबलों की 350 कंपनियों के अतिरिक्त एक लाख के करीब प्रदेश पुलिस के जवान और 30 हजार के करीब एसपीओ को भी इस बार अमरनाथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा में इसलिए लगाया जा रहा है क्योंकि सेनाधिकारी कह चुके हैं कि इस बार अगर यात्रा में पिछली बार से दोगुनी से ज्यादा संख्या में श्रद्धालु शिरकत करेंगे तो खतरा भी दोगुना होगा, जिस कारण दोगुने सुरक्षाकर्मियों की आवश्यकता है।
हालांकि सेना और बीएसएफ को भी अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में लगाया जाएगा पर वे बाहरी ग्रिड की ही सुरत्रा को देखेंगे। वैसे भी सेना दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले को फिलहाल आतंकी मुक्त बनाने अभियानों को छेड़े हुए है, जिस कारण कश्मीर में ताबड़तोड़ आतंकी मारे जा रहे हैं।
एक अधिकारी के मुताबिक प्रदेश के प्रवेशद्वार लखनपुर से लेकर अमरनाथ गुफा तक इस बार कुल मिलाकर दो लाख के करीब सुरक्षाकर्मी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर तैनात किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 50 हजार प्रदेश पुलिस के प्रशिक्षु जवान व अधिकारी भी शामिल होंगें।
प्रदेश पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने भी कल एक बैठक में इस संबंध में पुलिस के अन्य अफसरों को निर्देश दिया था कि वे विजयपुर, शीरी, कठुआ, उधमपुर, मनीगाम, तलवाड़ा तथा लिथगाम में स्थित पुलिस ट्रेनिंग कैंपों के जवानों और अफसरों को अमरनाथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनाती के लिए तैयारी करें। इस बार अमरनाथ यात्रा 30 जून को शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगी।