चीन से सीमा पर जारी तनाव के बीच फ्रांस से 5 राफेल लड़ाकू विमान ने भरी उड़ान, 29 जुलाई को वायुसेना में होगा शामिल
By अनुराग आनंद | Published: July 27, 2020 12:07 PM2020-07-27T12:07:53+5:302020-07-27T12:21:48+5:30
राफेल विमान को ताकतवर बनाती है इसमें लगने वाली मिसाइलें। इन मिसाइलों की अचूक और सैकड़ों किलोमीटर तक की मारक क्षमता होती है।
नई दिल्ली: भारत व चीन सीमा से सटे कई जगहों पर अब भी दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव जारी है। इस बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर यह है कि आज फ्रांस से भारत के लिए 5 राफेल लड़ाकू विमान ने उड़ान भरा है। 29 जुलाई को हरियाणा के अंबाला में भारतीय वायु सेना के बेड़े में ये सभी पांचों लड़ाकू विमान शामिल हो जाएगा।
विमान को भारतीय वायु सेना के टैंकर विमानों द्वारा भारत के लिए रवाना होने से पहले संयुक्त अरब अमीरात में एक एयरबेस के रास्ते पर फिर से उतारा जाएगा।
इन विमानों को भारतीय वायुसेना के पायलट उड़ा रहे हैं और ये रीफ्यूलिंग के लिए संयुक्त अरब अमीरात के अल धाफरा एयरबेस पर रुकेंगे।
Five Rafale jets taking off from France today to join the Indian Air Force fleet in Ambala in Haryana on July 29th. The aircraft will be refuelled by French Air Force tanker aircraft on their way to an airbase in the UAE before leaving for India. pic.twitter.com/oycLjrR8yE
— ANI (@ANI) July 27, 2020
36 विमानों के समझौते की यह पहली खेप है-
पांचों राफेल विमान 7364 किलोमीटर की हवाई दूरी तय करके बुधवार को अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि अगले हफ्ते इन पांचों विमानों की तैनाती चीन सीमा विवाद के मद्देनजर की जाएगी।
ये पांच विमान भारत और फ्रांस के बीच हुई 36 विमानों के समझौते की पहली खेप है। अबतक वायुसेना के 12 लड़ाकू पायलटों ने फ्रांस में राफेल लड़ाकू जेट पर अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। कुछ और अपने प्रशिक्षण के उन्नत चरण में हैं।
#WATCH Rafale jet taking off from France to join the Indian Air Force fleet in Ambala in Haryana on July 29th. https://t.co/vrnXI82puOpic.twitter.com/ZMg1k2zvk8
— ANI (@ANI) July 27, 2020
इन विमानों में हवा में ईंधन भरने वाले 2 रिफ्यूलर भी आएंगे-
बता दें कि राफेल भारतीय वायु सेना के 17 वें स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरोज' का हिस्सा बनेगा जो राफेल विमान से सुसज्जित पहला स्क्वाड्रन है। फ्रांस से यूएई के यात्रा के दौरान राफेल विमान के साथ हवा में ईंधन भरने वाले 2 रिफ्यूलर भी आएंगे। भारतीय वायु सेना के पायलट जिन्होंने राफेल विमान के उड़ान की ट्रेनिंग ली है वही विमान उड़ाकर लेकर भारत आएंगे।