एक मई से 9 जुलाई के बीच चलाई गईं 4615 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें, 63 लाख लोगों को पहुंचाया गया उनके घर
By सुमित राय | Published: July 23, 2020 06:00 PM2020-07-23T18:00:17+5:302020-07-23T18:17:42+5:30
भारतीय रेलवे ने बताया है कि 1 मई से 9 जुलाई के बीच 4615 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं और इससे 63 लाख लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया गया।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान लाखों लोग अलग-अलग शहरों में फंस गए थे और इसमें प्रवासी मजदूर भी शामिल थे। प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया, जिसके द्वारा करीब 63 लाख लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया गया।
रेलवे ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि एक मई से नौ जुलाई के बीच 4615 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें संचालित की गई हैं, जिसके द्वारा 63 लाख लोगों को उनके घर पहुंचाया गया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने बताया, "9 जुलाई को आखिरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन चली। राज्य सरकारों की मांगों को पूरी तरह से पूरा किया गया।"
Last Shramik Special train ran on 9th July. The demand of State governments fully meet: Railway Board Chairman VK Yadav (file pic) pic.twitter.com/4igHD5i7pN
— ANI (@ANI) July 23, 2020
कोरोना वायरस के कारण नहीं चल रही हैं नियमित ट्रेनें
कोरोना वायरस के कारण 25 मार्च से लगाए गए लॉकडाउन के बाद से ही सभी नियमित ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था। इसके बाद भारतीय रेलवे ने 12 मई से 30 जोड़ी एसी स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की और फिर 1 जून से 200 स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही है। इसके अलावा भारतीय रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशन ट्रेनें चलाई थी।
भारत में कोविड-19 के 426167 एक्टिव केस मौजूद
देश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अब तक 1238635 लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं। भारत में अब तक 29861 लोग इस महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 782606 लोग ठीक हो चुके हैं और देश में 426167 एक्टिव केस मौजूद हैं।