अमरावती संभाग में 6 महीने में 448 किसानों ने की आत्महत्या
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 5, 2020 11:21 AM2020-07-05T11:21:51+5:302020-07-05T11:21:51+5:30
महाराष्ट्र में किसानों के आत्महत्या के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं.
सुनील चौरसिया
अमरावती संभाग में विगत 6 माह में 448 किसानों ने आत्महत्या की है. कोरोना महामारी के चलते घोषित किए गए लॉकडाउन के दौरान भी खुदकुशी के मामलों में कमी नहीं आई. मई माह में सबसे अधिक 101 किसानों ने आत्महत्या की है.
कभी फसलों का उत्पादन कम या न होने तो कभी प्राकृतिक आपदा के चलते फसलों को नुकसान पहुंचता है. जिससे फसलों के उत्पादन के लिए लिया गया कर्ज अदा नहीं करने की चिंता में अनेक किसान मौत को गले लगा लेते हैं. यह सिलसिला लंबे समय से चला आ रहा है. अमरावती संभाग में 2001 से लेकर अब तक 15,701 किसान अपनी जान दे चुके हैं.
सरकार की ओर से भले ही कर्ज माफी सहित अन्य योजनाएं चलाई गई हैं, लेकिन किसान आत्महत्या का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. 1 जनवरी से 30 जून 2020 तक संभाग में 448 किसान आत्महत्या के मामले सामने आए हैं. इनमें से 96 मामले पात्र पाए गए हैं. जबकि 102 मामले मदद के लिए पात्र नहीं है. 250 मामलों की जांच जारी है. 15 मामलों में परिजनों को मदद दी गई है.
मई माह में 101 किसानों ने खुदकुशी की
अमरावती संभाग में आने वाले अमरावती, अकोला, वाशिम, बुलढाणा और यवतमाल जिले में 1 जनवरी से 30 जून के बीच 448 किसानों ने आत्महत्या की है. इसमें सबसे अधिक मई के माह में 101 मामले सामने आए हैं. जनवरी में 84, फरवरी में 97, मार्च में 55, अप्रैल में 48, मई में 101 और जून माह में 63 आत्महत्या के मामले सामने आए हैं। खुदकुशी के मामले में अमरावती सबसे आगे है. जबकि वाशिम में सबसे कम 33 मामले सामने आए हैं।