राजस्थान में स्वाइन फ्लू से हो चुकी हैं 40 मौतें, 1023 पाए गए पॉजिटिव, प्रदेश में मचा है इस बीमारी से हाहाकार

By रामदीप मिश्रा | Published: January 18, 2019 05:40 AM2019-01-18T05:40:34+5:302019-01-18T05:40:34+5:30

राजस्थान स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि स्वाइन फ्लू के 65 मामले गुरुवार को राज्य में पॉजिटिव पाए गए। साथ ही साथ चूरू में एक मौत की सूचना मिली। अब तक प्रदेश में स्वाइन फ्लू के चलते 40 मौतें हो चुकी हैं।

40 people death due to swine flu in rajasthan | राजस्थान में स्वाइन फ्लू से हो चुकी हैं 40 मौतें, 1023 पाए गए पॉजिटिव, प्रदेश में मचा है इस बीमारी से हाहाकार

राजस्थान में स्वाइन फ्लू से हो चुकी हैं 40 मौतें, 1023 पाए गए पॉजिटिव, प्रदेश में मचा है इस बीमारी से हाहाकार

राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि स्वाइन फ्लू की रोकथाम, जागरुकता एवं स्क्रीनिंग के लिए पूरे प्रदेश में 21 जनवरी से 23 जनवरी तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत घर-घर जाकर स्वाइन फ्लू की स्क्रीनिंग की जाएगी। चिकित्सा मंत्री ने गुरूवार (17 जनवरी) को स्वास्थ्य भवन में आयोजित उच्च स्तरीय स्वाइन फ्लू समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। 

उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू से बचाव, रोकथाम व इसके त्वरित उपचार की चिकित्सा सेवायें सभी जिलों में पूरी संवेदनशीलता के साथ उपलब्ध करवायी जा रही हैं। अभी तक 5 हजार 130 सैम्पल की जांच में से 1 हजार 23 सैम्पल स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाये गये।

वहीं, राजस्थान स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि स्वाइन फ्लू के 65 मामले गुरुवार को राज्य में पॉजिटिव पाए गए। साथ ही साथ चूरू में एक मौत की सूचना मिली। अब तक प्रदेश में स्वाइन फ्लू के चलते 40 मौतें हो चुकी हैं। इसकी रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर कार्रवाई की जा रही है एवं रेपिड रेस्पोंस टीमें घर-घर जाकर हैल्थ स्क्रीनिंग का कार्य भी कर रही हैं। 

डॉ. शर्मा ने बताया कि स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाये जाने पर रोगी के संपर्क में आये लोगों व पड़ोसियों की समुचित स्क्रीनिंग के साथ-साथ रेनबसेरों, स्कूलों, होटलों एवं छात्रावास इत्यादि स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि तेज बुखार, जुखाम,  5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों एवं गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतकर टेमीफ्लू की दवाई दी जा रही है। 

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि स्वाइन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं हैं, बल्कि सावधानी बरतने तथा स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखते ही, चिकित्सक से सम्पर्क करने की जरूरत है। समय पर उपचार लेने से स्वाइन फ्लू का उपचार हो सकता है। 
 
डॉ. शर्मा ने बताया कि सभी राजकीय विद्यालयों में होने वाली प्रार्थना सभाओं में छात्रों को स्वाइन फ्लू के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्हें स्वाइन फ्लू के लक्षणों एवं उपचार के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर यह जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं। 

Web Title: 40 people death due to swine flu in rajasthan

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