उत्तराखंडः अग्निवीर भर्ती परीक्षा में फेल होने के बाद युवक ने जहर खाकर की खुदकुशी, वीडियो में रोते हुए कहा- मेरे पास कोई....
By अनिल शर्मा | Published: November 2, 2022 04:16 PM2022-11-02T16:16:11+5:302022-11-02T16:17:57+5:30
युवक ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें वह कह रहा है, मेरे पास अब कोई विकल्प नहीं।
देहरादूनः पुलिस ने कहा कि उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के कपकोट के एक 20 वर्षीय व्यक्ति ने अग्निवीर भर्ती परीक्षा में असफल होने के बाद जहरीला पदार्थ खाने के बाद कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। युवक ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें वह कह रहा है, मेरे पास अब कोई विकल्प नहीं।
वीडियो में युवक को रोते और जहर की बोतल दिखाते हुए सुना जा सकता है। युवक को कहते सुना जा सकता है- "मेरे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। मैंने बहुत मेहनत की। एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) 'सी' सर्टिफिकेट होने के बावजूद मुझे दौड़ से बाहर कर दिया गया था। किसी को भी अग्निवीर भर्ती के लिए प्रयास नहीं करना चाहिए।"
#Uttrakhand डबल इंजन सरकार की नीतियों और भृष्टाचार की भेट चढ़ गया #अग्निवीर भर्ती ने हमारे एक #होनहार को हमसे छीन लिया है, फिजिकल मे 100 अंक, मेडिकल पास #NCC में C #प्रमाण पत्र होने के बावजूद भी एक सफल अभ्यर्थी का नाम नही आया? कौन नाकाम हैं? #Agniveer#agniveerbhartipic.twitter.com/1lKCrnpNxr
— prem piram (@PiramPrem) November 1, 2022
कपकोट थाना प्रभारी विवेक चंद्र ने कहा कि परीक्षा में फेल होने के बाद युवक ने जहरीले पदार्थ का सेवन किया। उन्होने कहा, हमने पोस्टमार्टम सहित सभी चिकित्सा-कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं।
उधर एक ट्वीट में कांग्रेस विधायक भुवन कापड़ी ने युवक को एक होनहार बताया है। उन्होंने लिखा, “शारीरिक परीक्षण के लिए 100 अंक होने, एनसीसी 'सी' प्रमाण पत्र, और मेडिकल परीक्षा पास करने के बावजूद, उसका नाम मेरिट सूची में नहीं था। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। ...अपना जीवन समाप्त करना जीवन में एक अवसर को गंवाने और चुने न जाने का विकल्प नहीं है।"
17 अगस्त को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार में अग्निवीर भर्ती अभियान की शुरुआत की थी। उन्होंने वादा किया कि राज्य सरकार अग्निवीरों की चार साल की सेवा पूरी होने के बाद उन्हें रोजगार प्रदान करेगी। उत्तराखंड के मंत्री सतपाल महाराज ने बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर अग्निवीर भर्ती रैलियों में पात्रता मानदंड के बारे में शिकायतों की तरफ ध्यान दिलाया था।