पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टर अमरिंदर सिंह हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पक्ष में उतरे हैं। उन्होंने राहुल का बचाव करते हुए कहा कि वह ऑपरेशन ब्लूस्टार के समय राहुल स्कूल में पढ़ते थे। राहुल इन सब चीजों से अनजान थे, उसके लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराना बिल्कुल मूर्खतापूर्ण है।
सोमवार को एक बार फिर अपने बयान का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि ये घटना इंदिरा गांधी की हत्या के समय हुई और तब राजीव गांधी बंगाल के हवाई अड्डे पर थे। इसमें कुछ कांग्रेस के लोगों के अलावा और किसी की भागीदारी नहीं थीं। सज्जन कुमार, धर्मदास शास्त्री, अर्जुन दास जैसों की इसमें भागीदारी थी।
हरसिमरत कौर बादल का जवाब
अमरिंदर सिंह के बयान के बाद अकाली दल की नेता व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने उन पर जमकर निशाना साधा है। पंजाब सीएम को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि अरमिंदर सिंह को शर्म आनी चाहिए और सिख होने के नाते उन्हें डूब मरना चाहिए।
जानें क्या है मामला
कांग्रेस 1984 के सिख विरोधी दंगे में शामिल नहीं थी, राहुल गांधी की इस टिप्पणी के लिए आलोचना झेल रही पार्टी ने घटना के बाद उठाए गए कदमों के बारे में बताया और कहा कि उसके प्रतिद्वंद्वियों को राजनीतिक लाभ के लिए त्रासद घटनाओं को सनसनीखेज नहीं बनाना चाहिए।कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी शिरोमणि अकाली दल के बयान पर टिप्पणी कर रहे थे जिसने कहा है कि सिख दंगे पर कांग्रेस अध्यक्ष की टिप्पणी सिख समुदाय के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है। ब्रिटेन के दो दिन के दौरे पर गए राहुल ने वहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह दुखद घटना थी लेकिन वह इस बात से सहमत नहीं है कि कांग्रेस इसमें ‘‘शामिल’’ थी ।