18वीं लोकसभा का शीतकालीन सत्रः लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं को मजबूत करेंगे सांसद, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा-प्रश्न-उत्तर पूछे पक्ष और विपक्ष
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 1, 2025 11:36 IST2025-12-01T11:35:05+5:302025-12-01T11:36:08+5:30
संसद राष्ट्र की अपेक्षाओं, जन आकांक्षाओं, लोकतांत्रिक मूल्यों और जनप्रतिनिधियों की सामूहिक जिम्मेदारी की अभिव्यक्ति का सर्वोच्च मंच है।

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नई दिल्लीः लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले उम्मीद जताई कि सदन के सदस्य लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं को मजबूत करेंगे और अपनी सक्रिय भागीदारी से इस सत्र को उत्पादक बनाने में सार्थक योगदान देंगे। बिरला ने सोमवार को 'एक्स' पर पोस्ट किया, "18वीं लोकसभा का छठा सत्र (शीतकालीन सत्र) आज से आरंभ हो रहा है। संसद राष्ट्र की अपेक्षाओं, जन आकांक्षाओं, लोकतांत्रिक मूल्यों और जनप्रतिनिधियों की सामूहिक जिम्मेदारी की अभिव्यक्ति का सर्वोच्च मंच है।"
बिरला ने कहा कि संसद का प्रत्येक सत्र हमें कर्तव्य-निष्ठा, संयम और लोककल्याण की उस प्रेरणा की ओर भी उन्मुख करता है, जो जनप्रतिनिधित्व की भावना को और गहन बनाती है। उन्होंने कहा, "आशा है कि सभी सदस्य लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं को मजबूत करेंगे और अपनी सक्रिय भागीदारी से इस सत्र को उत्पादक बनाने में सार्थक योगदान देंगे।"
विपक्षी दलों ने संसद के शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति पर चर्चा की
विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के लिए अपनी रणनीति पर चर्चा की। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, द्रमुक नेता टी आर बालू और कई अन्य नेता शामिल हुए।
विपक्षी दलों ने रविवार को सर्वदलीय बैठक और दोनों सदनों की कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठकों में यह मांग उठाई थी कि इस सत्र के दौरान मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) समेत व्यापक चुनाव सुधारों पर चर्चा होनी चाहिए। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और यह 19 दिसंबर को समाप्त होगा।