अमरनाथ यात्रा: तीन दिनों में 15 हजार लोगों ने किए हिमलिंग के दर्शन, कइयों को सांस लेने में हो रही है समस्या
By सुरेश डुग्गर | Published: July 3, 2019 07:39 PM2019-07-03T19:39:12+5:302019-07-03T19:42:58+5:30
आईटीबीपी के मुताबिक, यात्रा के दौरान 15 तीर्थयात्रियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसके बाद आईटीबीपी के जवानों ने उन्हें तत्काल ऑक्सिजन मुहैया कराया और यात्रियों को कैंप में रोक लिया गया।
तीन दिनों में 15 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा में हिमलिंग के दर्शन कर लिए हैं। जबकि आज 15 से अधिक श्रद्धालुओं को सांस लेने की समस्याएं पैदा होने के बाद उनके स्वास्थ्य प्रमाणपत्रों के प्रति शंका पैदा होने लगी है। अमरनाथ गुफा के लिए बुधवार को 4,600 से अधिक श्रद्धालु जम्मू से रवाना हुए।
मंगलवार को 11,456 तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के ‘दर्शन’ पूरे किए थे। पुलिस ने कहा कि 4,694 यत्रियों का एक और जत्था आज सुबह भगवती नगर यात्री निवास से कश्मीर घाटी के लिए सुरक्षा काफिले में रवाना हुआ। इनमें से 2,052 बालटाल आधार शिविर और 2,642 पहलगाम के लिए रवाना हुए हैं।
जम्मू से पहला जत्था तड़के 3.30 बजे, जबकि दूसरा तड़के 4.05 बजे रवाना हुआ। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में शाम के समय बालटाल-पवित्र गुफा, पहलगाम-पवित्र गुफा के आसपास हल्की बारिश/ बौछारें पड़ने संभावना जताई है, हालांकि ऐसा होना के आसार कम हैं।
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए लगातार श्रद्धालुओं का आना जारी है। इस बीच आईटीबीपी द्वारा जारी की गई एक तस्वीर सामने आई है जिसमें इंडो- तिब्बत बॉर्डर पुलिस के जवान श्रद्धालुओं की मदद करते देखे गए हैं। आईटीबीपी के जवान करीब 15 तीर्थयात्रियों को ऑक्सिजन मुहैया कराते देखे गए।
आईटीबीपी के मुताबिक, यात्रा के दौरान 15 तीर्थयात्रियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसके बाद आईटीबीपी के जवानों ने उन्हें तत्काल ऑक्सिजन मुहैया कराया और यात्रियों को कैंप में रोक लिया गया।
तीर्थयात्रियों को यात्रा के दौरान कोई समस्या न आए इसलिए इंडो- तिब्बत बॉर्डर पुलिस के करीब 5 हजार जवान अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बालटाल बेस कैंप से लेकर बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा तक तैनात किए गए हैं। वहीं आईटीबीपी जवानों को इस बार विशेष तौर पर बेसिक पैरा मेडिकल की ट्रेनिंग भी दी गई है। इस तरह की ट्रेनिंग देने का मुख्य उद्देश्य यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मदद करना हैं।