महिला स्व-सहायता समूहों पर बकाया 12.77 करोड़ रूपए का ऋण होगा माफ
By भाषा | Published: September 6, 2021 09:31 PM2021-09-06T21:31:42+5:302021-09-06T21:31:42+5:30
रायपुर, छह सितंबर छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में महिला स्व-सहायता समूहों पर बकाया 12.77 करोड़ रूपए के ऋण को माफ करने का फैसला किया है।
राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास पर आयोजित तीजा-पोरा त्यौहार (हरितालिका तीज और पोला) के अवसर पर महिला समूहों के पुराने ऋणों को माफ करने की घोषणा की है, जिससे वह फिर से ऋण लेकर नई आर्थिक गतिविधियां शुरू कर सकें।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही महिला कोष से महिला समूहों को प्रति वर्ष दिए जाने वाले ऋण के बजट में भी पांच गुना वृद्धि की करते हुए महिला कोष के बजट की राशि दो करोड़ रूपए से बढ़ाकर 10 करोड़ रूपए करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार समाज के सभी वर्गों के साथ न्याय करने में जुटी है। किसानों की कर्ज माफी और सिंचाई कर की माफी से राज्य में न्याय की शुरूआत हुई। यह कड़ी आगे बढ़ते हुए राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना के बाद आज महिलाओं को न्याय देने के उद्देश्य से ऋण माफी के रूप में सामने आई है।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री निवास में प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी तीजा-पोरा का त्यौहार परम्परागत तरीके से मनाया गया। मुख्यमंत्री निवास को मायका मान कर राज्यभर की माताएं-बहनें त्यौहार मनाने पहुंचीं। मुख्यमंत्री ने तीजा-पोरा मनाने पहुंची सभी महिलाओं का स्वागत करते हुए उन्हें परंपरा के अनुसार उपहार भेंट किए। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में राज्य के अन्य मंत्रियों के साथ स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि राज्य में मुख्यमंत्री पद के कथित रूप से ढाई-ढाई वर्ष के बंटवारे की चर्चा के बाद बघेल और सिंहदेव के बीच अनबन की खबरें थीं। पिछले दिनों दोनों नेताओं ने नई दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं से मुलाकात की थी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।