कर्नाटक विधानसभा चुनाव: बोम्मई सरकार के 12 मंत्री चुनाव हारे, प्रचंड बहुमत की तरफ बढ़ रही है कांग्रेस
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 13, 2023 05:25 PM2023-05-13T17:25:20+5:302023-05-13T17:27:29+5:30
कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस प्रचंड बहुमत की तरफ बढ़ रही है। अब तक ये साफ हो गया है दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले इस राज्य में कांग्रेस अपने दम पर सरकार बनाने जा रही है। बीजेपी की बसवराज बोम्मई सरकार के 12 मंत्री चुनाव हार चुके हैं।
Karnataka Election Results 2023 Live: कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस प्रचंड बहुमत की तरफ बढ़ रही है। पार्टी 137 सीटों पर आगे है। वहीं, बीजेपी 64 सीटों पर आगे है। अब तक ये साफ हो गया है दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले इस राज्य में कांग्रेस अपने दम पर सरकार बनाने जा रही है।
कर्नाटक में भाजपा की करारी हार हुई है। बीजेपी की बसवराज बोम्मई सरकार के 12 मंत्री चुनाव हार चुके हैं। मुधोला विधानसभा से गोविंदा करजोला, बेल्लारी ग्रामीण सीटसे श्रीरामुलु , वरुणा और चामराजनगर सीट से वी सोमन्ना, चिक्कनायकनहल्ली सीट से जेसी मधुस्वामी, बाइलागी सीट से मुरुगेश निरानी, हिरेकेरुरु सीट से बीसी पाटिल, चिक्काबल्लापुर सीट से डॉ. के. सुधाकर, होसकोटे सीट से एमटीबी नागराज, केआर पेट सीट से नारायणगौड़ा, तिपातुर सीट से बीसी नागेश, येलबुर्गा सीट से हलप्पा अचार, नवलगुंडा सीट से शंकर मुनेकोप्पा चुनाव हार गए हैं। ये सभी कर्नाटक सरकार में मंत्री थे।
अन्य बड़े नेताओं की बात करें तो कर्नाटक के दिग्गज लिंगाायत नेता जगदीश शेट्टार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और हार गए। शेट्टार कभी भाजपा के बड़े नेताओं में से एक थे। शिकारीपुर सीट से भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार कनकपुरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़े। उन्होंने भाजपा के आर अशोक को हराया। कनकपुरा सीट पर हुए पिछले 14 चुनावों में से छह बार कांग्रेस को जीत मिली है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार की जिम्मेदारी ली है। कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा, "मैं इस हार की जिम्मेदारी लेता हूं। हम सभी कारणों का पता लगाएंगे और संसदीय चुनावों के लिए एक बार फिर से पार्टी को मजबूत करेंगे।"
इससे पहले राज्य में भाजपा के चुनावी अभियान का नेतृत्व करने वाले बीएस येदियुरप्पा ने कहा "बीजेपी के लिए जीत और हार कोई नई बात नहीं है। पार्टी कार्यकर्ताओं को इन नतीजों से घबराने की जरूरत नहीं है। हम पार्टी की हार के बारे में आत्मनिरीक्षण करेंगे। मैं इस फैसले को सम्मानपूर्वक स्वीकार करता हूं।"