'अब तक 11 बार हुई है रक्षा मामलों की संसदीय समिति की बैठक, एक बार भी शामिल नहीं हुए राहुल गांधी, BJP का दावा

By स्वाति सिंह | Published: July 6, 2020 06:45 PM2020-07-06T18:45:54+5:302020-07-06T18:45:54+5:30

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी को अपने इस व्यवहार के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा के इस हमले पर कांग्रेस की अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार की आलोचना करते रहते हैं। पूर्वी लद्दाख में सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध पर भी उन्होंने सरकार के खिलाफ आक्रामक रवैया अपना रखा है।

'11 meetings of the Parliamentary Committee on Defense Affairs, Rahul Gandhi did not attend even once, BJP claims | 'अब तक 11 बार हुई है रक्षा मामलों की संसदीय समिति की बैठक, एक बार भी शामिल नहीं हुए राहुल गांधी, BJP का दावा

समिति की अब तक कुल 11 बैठकें हुई लेकिन उन्होंने राहुल गांधी ने किसी भी बैठक में भाग नहीं लिया।

Highlightsभाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रक्षा संबंधी संसद की स्थायी समिति की बैठकों से नदारद रहने को लेकर आड़े हाथों लियाबीजेपी ने सोमवार को आरोप लगाया कि उनकी रुचि केवल ‘‘कमीशन’’ वाली बैठकों में होती है।

नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रक्षा संबंधी संसद की स्थायी समिति की बैठकों से नदारद रहने को लेकर आड़े हाथों लिया और सोमवार को आरोप लगाया कि उनकी रुचि केवल ‘‘कमीशन’’ वाली बैठकों में होती है। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि वायनाड के सांसद रक्षा मामलों की संसद की स्थायी समिति की सभी बैठकों से गायब रहते हैं लेकिन देश का ‘‘मनोबल’’ गिराने और सशस्त्र बलों के शौर्य पर सवाल उठाने का काम लगातार करते रहे हैं। राहुल गांधी के रक्षा मामलों की संसद की स्थायी समिति की एक भी बैठक में शामिल न होने की खबर के बाद नड्डा की यह प्रतिक्रिया सामने आई है।

नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राहुल गांधी रक्षा मामलों की संसद की स्थायी समिति की एक भी बैठक में शामिल नहीं हुए। लेकिन दुख की बात है कि वह देश का मनोबल गिराने, सशस्त्र बलों के शौर्य पर सवाल उठाने के साथ-साथ वे सभी काम कर रहे हैं जो एक जिम्मेदार विपक्षी नेता को नहीं करने चाहिए।’’ उन्होंने कटाक्ष किया, ‘‘राहुल गांधी का ताल्लुक उस गौरवशाली वंश परम्परा से है जहां रक्षा के लिए समिति नहीं, बल्कि कमीशन मायने रखता है। कांग्रेस में कई ऐसे योग्य सदस्य हैं जो संसदीय मामलों की जानकारी रखते हैं लेकिन एक शाही परिवार कभी भी वैसे नेताओं को आगे बढ़ने नहीं देगा। ’’

भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव ने इसी मुद्दे पर यहां संवाददाताओं को संबोधित किया और कांग्रेस नेतृत्व से सवाल किया कि आखिर राहुल गांधी क्यों समिति की बैठकों से ‘‘गायब’’ रहते हैं? उन्होंने कहा ‘‘ वायनाड सीट से चुन कर लोकसभा में आने के बाद राहुल गांधी रक्षा संबंधी संसद की स्थायी समिति के सदस्य बने। इस समिति की अब तक कुल 11 बैठकें हुई लेकिन उन्होंने किसी भी बैठक में भाग नहीं लिया। यहां तक कि समिति ने सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील अरूणाचल प्रदेश के तवांग का भी दौरा किया लेकिन राहुल गांधी उसमें भी नहीं गए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘रक्षा संबंधी स्थायी समिति की 11 बैठकों में से क्यों एक के लिए भी राहुल गांधी ने समय नहीं निकाला? क्या वह केवल कमीशन की बैठकों में हिस्सा लेते हैं ? क्या संसदीय समिति उनके लिए कोई मायने नहीं रखती? इसका जवाब आज खुद राहुल गांधी को देना होगा।’’ राव ने आरोप लगाया कि इससे साफ जाहिर होता है कि राहुल गांधी और उनके परिवार के लिए रक्षा मामलों में केवल ‘‘कमीशन’’ को लेकर ही रूचि रहती है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘रक्षा मामलों में चर्चा करना, सशस्त्र बलों के कामकाज की समीक्षा करना, उनके मनोबल को ऊंचा करने के लिए कुछ बात कहना, ये सब राहुल गांधी के विषय नहीं हैं। वह, केवल और केवल सेना के मनोबल को गिराने की कोशिश करते हैं।’’

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी को अपने इस व्यवहार के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा के इस हमले पर कांग्रेस की अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार की आलोचना करते रहते हैं। पूर्वी लद्दाख में सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध पर भी उन्होंने सरकार के खिलाफ आक्रामक रवैया अपना रखा है।

Web Title: '11 meetings of the Parliamentary Committee on Defense Affairs, Rahul Gandhi did not attend even once, BJP claims

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