हॉकी वर्ल्ड कप: स्टेडियम के VIP लाउंज में जाने पर भारतीय खिलाड़ियों को मिली फटकार! हॉकी इंडिया ने दी ये सफाई
By विनीत कुमार | Published: December 12, 2018 07:01 PM2018-12-12T19:01:27+5:302018-12-12T19:06:17+5:30
रिपोर्ट्स के अनुसार ये पूरी घटना जारी हॉकी वर्ल्ड कप में नीदरलैंड्स और कनाडा के बीच क्रॉस ओवर मैच के दौरान हुई।
हॉकी इंडिया ने कलिंगा स्टेडियम के वीआईपी लाउंज में भारतीय खिलाड़ियों के जाने पर एक अधिकारी के गुस्सा होने और फटकार लगाने पर सफाई देते हुए कहा है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार फटकार असल में खिलाड़ियों को नहीं उन लोगों को लगाई गई जो खिलाड़ियों को वहां लेकर गये थे।
हॉकी इंडिया ने सफाई दी है कि नियम के अनुसार खिलाड़ियों के उस क्षेत्र में आने से कोड ऑफ कंडक्ट का हनन का होता है और खिलाड़ियों को निलंबित भी किया जा सकता है। हॉकी इंडिया के मुताबिक पूरे विवाद में कभी भी खिलाड़ियों को फटकार नहीं लगाई गई है। खिलाड़ियों को भी पता है कि वे उस क्षेत्र में नहीं जा सकते और एफआईएच और कोच की ओर से इस बारे में उन्हें दो बार चेतावनी दी गई है।
क्या है पूरी घटना
रिपोर्ट्स के अनुसार ये पूरी घटना जारी हॉकी वर्ल्ड कप में नीदरलैंड्स और कनाडा के बीच क्रॉस ओवर मैच के दौरान हुई। दरअसल भारतीय कोच हरेंद्र सिंह, कप्तान मनप्रीत और कुछ खिलाड़ी मंगलवार को कनाडा और नीदरलैंड के बीच क्रासओवर मैच देखने आये थे चूंकि भारत को क्वॉर्टर फाइनल में नीदरलैंड्स से खेलना है।
इस बीच मनप्रीत और कुछ खिलाड़ी वीआईपी लाउंज में चले गए जहां खिलाड़ियों का जाना निषिद्ध है। उन्होंने वहां तस्वीरें खिंचवाई और आटोग्राफ भी दिये। रिपोर्ट के अनुसार वहीं इस अधिकारी ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा, 'गेट आउट आफ हियर। वाट आर यू डूइंग हियर।'
वहां भारत और दूसरे देशों के कई पूर्व खिलाड़ी मौजूद थे जिनमें से कुछ ने पूरी घटना का ब्यौरा सोशल मीडिया पर डाला और खिलाड़ियों के साथ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने के लिये अधिकारी को लताड़ा । इस बारे में पूछने पर कप्तान मनप्रीत सिंह ने घटना स्वीकार की लेकिन कहा कि इसे तिल का ताड़ बनाकर पेश किया गया।
उन्होंने कहा, 'गलती हमारी थी और हमें वहां नहीं जाना चाहिये था। वहां खिलाड़ियों का जाना मना था लेकिन यह छोटा सा मसला था। इसे तिल का ताड़ बनाकर पेश किया गया। रात में बात हुई थी और यह कोई मसला ही नहीं था। हमारे उस अधिकारी के साथ काफी अच्छे संबंध है।'
उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि हॉकी इंडिया की ओर से उन पर घटना का खंडन करने का कोई दबाव है। उन्होंने कहा, 'मुझ पर कोई दबाव नहीं है और मैं मीडिया से अपील करना चाहता हूं कि तथ्यों को ही छापे।'
(भाषा इनपुट के साथ)