CWG 2018: हॉकी में पुरुष टीम के बाद महिलाओं ने भी दिखाया दम, 12 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंचीं
By विनीत कुमार | Published: April 10, 2018 06:24 PM2018-04-10T18:24:12+5:302018-04-10T19:23:35+5:30
भारतीय टीम के लिए निराशाजनक बात ये रही कि उसे दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वह इसे गोल में नहीं बदल सके।
नई दिल्ली, 10 अप्रैल: ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में जारी 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय महिला टीम दक्षिण अफ्रीका को हराकर सेमीफाइनल में पहुंच गई है। भारतीय महिला हॉकी टीम 12 साल बाद कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में पहुंची है। इससे पहले मंगलवार को ही पुरुष टीम ने भी मलेशिया को हराकर अंतिम-4 में जगह बनाई।
भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 1-0 से हराया। टीम की ओर से एकमात्र और निर्णायक गोल मैच के आखिरी क्वॉर्टर और 48वें मिनट में कप्तान रानी रामपाल ने वंदना कटारिया की ओर से मिले एक बेहतरीन पास पर दागा।
इसके अलावा पूरे मैच में सविता की बेहतरीन गोलकीपिंग ने भी भारत के मैच जीतने में अहम भूमिका निभाई। खासकर, पहले क्वॉर्टर और मैच के 13वें मिनट में सविता ने एक बेहतरीन गोल बचाया। दक्षिण अफ्रीका को मिले पेनाल्टी कॉर्नर में सविता ने अपने पैर से गेंद को रोकते हुए प्रतिद्वंद्वी टीम को बढ़त लेने से रोका।
यही नहीं मैच के पहले मिनट में भी दक्षिण अफ्रीका ने गोल कर बढ़त हासिल करने की जबर्दस्त कोशिश की थी, लेकिन सविता ने इसे सफल नहीं होने दिया।
भारतीय टीम के लिए निराशाजनक बात ये रही कि उसे दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वह इसे गोल में नहीं बदल सके। इसके अलावा कुछ और करीबी मौके भी भारतीय टीम ने गंवाए। इससे पहले भारतीय पुरुष टीम ने भी अपने तीसरे मैच में मलेशिया को 2-1 से हराते हुए सेमीफाइनल में जगह पक्की की।